जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से टारगेट किलिंग को अंजाम दिया गया है। जहां शोपियां जिले में 16 अगस्त, मंगलवार को एक सेब के बाग में आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि सेब के बगीचे में की गई गोलीबारी में मृतक का भाई घायल हो गया है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कश्मीर पुलिस ने ट्वीट कर घटना की जानकारी देते हुए बताया कि “आतंकवादियों ने शोपियां के चोटीपोरा इलाके में एक सेब के बाग में नागरिकों पर गोलियां चलाईं। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक घायल हो गया। पुलिस ने बताया कि घायल व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आतंकी हमले में मृतक की पहचान सुनील कुमार के रूप में हुई है। जबकि घटना में घायल हुए भाई की पहचान पिंटू कुमार के रूप में हुई है।
वहीं भाजपा नेता रविन्द्र रैना ने इस टारगेट किलिंग के बाद कहा है कि देश के साथ जम्मू कश्मीर में अमृत महोत्सव व तिरंगा फहराए जाने से आतंकी बौखला गए हैं। इन आतंकियों को पाताल से ढूंढकर निकाला जाएगा और इस अक्षम्य अपराध के लिए कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
कश्मीर में पिछले साल अक्टूबर से टारगेट किलिंग की एक पूरी कड़ी देखी जा रही है। इन किलिंग में जिन लोगों की जानें गईं, उनमें से कई प्रवासी मजदूर थे या फिर कश्मीरी पंडित थे। बीते साल अक्टूबर में, पांच दिनों में सात नागरिक मारे गए – उनमें एक कश्मीरी पंडित, एक सिख और दो प्रवासी हिंदू शामिल थे।
इसी तरह इस साल मई में, आतंकवादी बडगाम में तहसीलदार के कार्यालय में घुस गए और 36 वर्षीय राहुल भट की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। राहुल भट एक कश्मीरी पंडित थे और इस हत्या के बाद घाटी में जोरदार प्रदर्शन हुए थे। घाटी में कश्मीरी पंडितो ने प्रदर्शन के दौरान केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाते हुए सवाल किया था कि क्या वे उन्हें मारने के लिए घाटी में वापस लाए हैं।
बीते हफ्ते भी 12 अगस्त को बांदीपोरा में आतंकियों ने गैर-स्थानीय मजदूर को निशाना बनाया था। कश्मीर जोन पुलिस ने बताया कि देर रात आतंकियों ने बांदीपोरा के सोदनारा सुंबल में बिहार निवासी मजदूर मोहम्मद अमरेज पर फायरिंग की थी। पुलिस के मुताबिक, अमरेज गोली लगने से घायल हो गया था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी।