राजस्थान के जैसलमेर में पोखरण फायरिंग रेंज में एक व्यक्ति की कथित तौर पर हत्या करने का मामला सामने आया है। इस मामले में जैसलमेर पुलिस ने सेना के छह जवानों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जबकि सेना ने आरोपों से इनकार किया है। बताया जा रहा है कि मृतक बाइक से अपने साथी के साथ भटक गई गायों को ढूंढने के लिए फायरिंग रेंज पहुंचा था।
क्या है पूरा घटनाक्रम
मामले में जैसलमेर पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी में उस्मान खान ने बताया कि वह सलमान के साथ सुबह साढ़े आठ बजे गायों को ढूंढने निकले थे। करीब घंटे भर बाद वह फायरिंग रेंज के इलाके में पहुंचे। 10 बजे के करीब हमें एक सेना का वाहन दिखा, जिसने हमें रोकने का प्रयास किया लेकिन हम डर के मारे रुके नहीं। ऐसे में छह जवानों ने हमारा पीछा करना शुरू कर दिया।
उस्मान के मुताबिक, उस वक्त सलमान बाइक चला रहा था लेकिन कुछ दूर जाकर गाड़ी एक रेत के टीले में जाकर फंस गई। फिर हम दोनों बाइक छोड़कर दौड़ने लगे। उस्मान के अनुसार वह मौके से भाग निकला लेकिन सेना के जवानों ने सलमान खान को पकड़ लिया। उन जवानों ने सलमान को खूब पीटा और लाठी अस्पताल में छोड़ दिया।
इन जवानों है आरोप
उस्मान ने बताया कि सलमान को मारने-पीटने वाले छह जवानों के नाम रणविजय यादव, रामलुभवन राम, वीएम सुभान, करनजीत सिंह, के कानन और विवेक कुमार है। इन लोगों ने ही सलमान को अस्पताल में छोड़ा था, जिसके बाद उसे पोखरण अस्पताल ले जाने की बात डॉक्टरों ने की थी, जहां बाद में उसने दम तोड़ दिया था। एसएचओ अशोक कुमार के अनुसार अन्य धाराओं में लाठी पुलिस स्टेशन में हत्या (302) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
आरोपों पर सेना का बयान
सेना ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में सेना के जवानों को सलमान पहले से ही बेहोश मिले थे। सेना के एक बयान में कहा गया कि 1 अगस्त को सुबह करीब 11:30 बजे नियमित गश्त के दौरान दो युवकों को देखा गया जो संवेदनशील इलाके में अवैध रूप से घुसे थे। जब सेना के गश्ती दल उनके पास पहुंचे तो एक व्यक्ति भाग गया और दूसरा घायल पड़ा मिला।
बयान में आगे बताया गया कि गश्ती दल ने घायल युवक को तुरंत सरकारी अस्पताल लाठी में निकटतम चिकित्सा सुविधा में पहुंचाया, जहां बाद में उसने दम तोड़ दिया। सेना और पुलिस दोनों संयुक्त रूप से मामले की जांच कर रहे हैं। बता दें कि, मौत के बाद सलमान के रिश्तेदारों ने सोमवार को एसडीएम कार्यालय में उनके शव के साथ विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें आरोपी की गिरफ्तारी, एक परिजन को नौकरी और 50 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की गई थी।