बिहार में कुढनी विधानसभा उपचुनाव में बड़ा उलटफेर हुआ है। बीजेपी उम्मीदवार केदार प्रसाद गुप्ता ने महागठबंधन के उम्मीदवार मनोज सिंह कुशवाहा (Manoj Singh Kushwaha) को कड़े मुकाबले में हरा दिया है। 23 राउंट की काउंटिंग के बाद केदार गुप्ता ने मनोज कुशवाहा (Kedar Prasad Gupta) को 3,645 वोटों से हराया है। बीजेपी के केदार गुप्ता को 76,653 वोट मिले। जबकि जदयू के मनोज कुशवाहा को 73,008 वोट मिले।
मनोज सिंह कुशवाहा जनता दल यूनाइडेट के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में उतर थे। गुप्ता 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव बीजेपी और जदयू ने गठबंधन में लड़ा था। आरजेडी उम्मीदवार सहनी से 700 से कम मतों से हार गए थे। कुढनी सीट पर उपचुनाव इसलिए कराना पड़ा था क्योंकि आरजडी विधायक अनिल सहनी को धोखाधड़ी के एक मामले में दोषी ठहराया गया था और तीन साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद उनकी विधानसभा सदस्यता खत्म हो गई थी।
कुढनी उपचुनाव में महागठबंधन की हार के बाद पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की। सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के महागठबंधन ने कुढ़नी में करोड़ों रूपये पानी की तरह बहाये, सारे हथकंडे अपनाए, फिर भी वहां के मतदाजाओं ने बीजेपी की जीत पक्की की। उन्होंने कहा कि चुनाव में लालू जी के नाम का भी उपयोग किया गया, उनके किडनी प्रतिरोपण का विषय उठाकर भावनात्मक कार्ड खेला गया, मुख्यमंत्री ने भी कई सभाएं की और इस चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाया । लेकिन उपचुनाव में अंतत: भाजपा ने जीत हासिल की।
बीजेपी नेता अश्वनी कुमार चौबे ने कहा कि कुढ़नी से बीजेपी उम्मीदवार केदार प्रसाद गुप्ता जी के ऐतिहासिक जीत के साथ ही बिहार में महागठबंधन की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। कुढ़नी की महान जनता ने ठगने वाले महागठबंधन को धूल चटा दी है। कुढ़नी की समस्त देवतुल्य जनता और बीजेपी कार्यकर्तागण को बधाई। यह जीत भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व को और अधिक प्रबल करेगा।
कुढनी विधानसभा उपचुनाव रिजल्ट
वहीं बीजेपी नेता एवं राज्य के पूर्व मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जबरदस्त भरोसा व्यक्त किया है और चुनाव परिणाम महागठबंधन के मुंह पर तमाचा है। वहीं, जनता दल यूनाइटेड के सीनियर नेता उपेंद्र कुशवाहा ने अपने ट्वीट में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कविता ‘क्या हार में, क्या जीत में’ की कुछ पंक्तियों के साथ अपने ट्वीट में कहा कि कुढ़नी के परिणाम से हमें बहुत कुछ सीखने की ज़रूरत है। पहली सीख- जनता हमारे हिसाब से नहीं बल्कि हमें जनता के हिसाब से चलना पड़ेगा।
कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी ताकत झोंकी, ये चुनाव महागठबंधन और बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया था। उधर छोटे दलों ने चुनाव लड़कर लड़ाई को और कांटेदार बना दिया था। वहीं 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान मनोज कुमार कुशवाहा चुनाव में नहीं उतरे थे। 2015 में बीजेपी के केदार गुप्ता ने जेडीयू के मनोज कुमार सिंह को हराया था।