बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का राजनीतिक कैरियर अभी बीस साल पहले ही शुरू हुआ है। उन्होंने कहा कि अमित शाह को यह पता भी है कि लोकनायक जय प्रकाश नारायण किन सिद्धांतों की लड़ाई लड़ रहे थे। कहा कि जिनका राजनीतिक कैरियर ही अभी बीस साल पहले शुरू हुआ है, वे हमें जय प्रकाश नारायण के सिद्धांतों की शिक्षा दे रहे हैं। जनता दल नेता नीतीश कुमार ने दो महीने पहले ही भाजपा से नाता तोड़कर राष्ट्रीय जनता दल के साथ गठबंधन कर लिया था।
नीतीश कुमार गृहमंत्री अमित शाह के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि जय प्रकाश नारायण के समाजवादी शिष्य सत्ता के लिए अब कांग्रेस की गोद में बैठे हैं। अमित शाह मंगलवार को जय प्रकाश नारायण की जयंती पर उनके गांव सिताब दियारा में उनकी प्रतिमा के अनावरण के बाद लोगों को संबोधित करते हुए ये बातें कही थीं। अमित शाह का यह बयान साफ तौर पर नीतीश कुमार के लिए था।
बुधवार को जब पत्रकारों ने नीतीश कुमार से इस पर प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने उन पर पलटवार करते हुए कहा, “जिसका नाम आप लोग ले रहे हैं, क्या उन्हें इस बात का कोई प्रत्यक्ष ज्ञान है कि जेपी का क्या मतलब है? हमने (1974 के) जेपी आंदोलन में जुनून पाया था। मैं उन लोगों को कोई महत्व नहीं देना चाहता, जिनका राजनीतिक करियर अभी 20 साल पहले शुरू हुआ था।’
बिहार के मुख्यमंत्री बोले- मैं उनके बयान की परवाह नहीं करता हूं
बिहार के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे नीतीश कुमार ने कहा, “लेकिन, हां, उन्हें अभी सत्ता में एक बड़ा मौका मिला है। और मीडिया उन्हें खूब हाईलाइट कर रहा है। दिल्ली के सभी अंग्रेजी अखबारों ने मेरे बारे में उनके आक्षेप को प्रमुखता से छापा है। लेकिन मैं जरा सी भी परवाह नहीं करता हूं।”
उनसे राज्य भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल के एक फेसबुक पोस्ट के बारे में भी पूछा गया, जिसमें उन्होंने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव द्वारा किए गए 10 लाख नौकरियों के वादे को पूरा नहीं करने पर महागठबंधन सरकार पर कटाक्ष किया था। इस पर जद (यू) नेता ने पार्टी के वरिष्ठ सहयोगियों के हंसी की बौछारों के बीच टिप्पणी की, “कौन है ये? मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि आप किसके बारे में बात कर रहे हैं।”