प्रयागराज में कॉल्विन अस्पताल के बाहर पुलिस कस्टडी में माफिया डॉन अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या के बाद से विपक्ष यूपी सरकार पर हमलावर है। विपक्ष लगातार सुरक्षा में चूक को लेकर यूपी पुलिस को घेरने में लगा है। अब राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस पर टिप्पणी की है। उनका कहना है कि ये अतीक का जनाजा नहीं, बल्कि कानून का जनाजा निकला है। उन्होंने अतीक की मौत को स्क्रिप्टेड बताते हुए सवाल उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।
सोमवार (17 अप्रैल, 2023) को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “यूपी में जो हुआ, अगर आप देखें तो ये अतीक जी का जनाजा नहीं बल्कि ये कानून का जनाजा निकला है। हम आपको बता दें कि पुलिस कस्टडी में अगर हत्याएं हुई हैं तो वो सबसे ज्यादा यूपी में हुई हैं। ये सस्ती लोकप्रियता को देखते हुए ये काम किया गया है।
उन्होंने आगे कहा, “सब लोग जान रहे हैं कि यूपी में किस तरह का शासन चल रहा है। अगर यही विपक्षी दलों के राज्यों में होता तो कहीं से भी सब लोग चुप नहीं रहते, हल्ला मचाते, ह्यूमन राइट्स आती, सुओ-मोटो लिया जाता, लेकिन आतंकी नहीं देखा जाता है।” तेजस्वी यादव ने कहा, “हम आपको क्लीयर करते हैं कि चाहे अतीक हो या उनका परिवार हो, हत्यारा हत्यारा होता है, कोई हमदर्दी नहीं होनी चाहिए, लेकिन इस तरह से अगर कोई हत्या करता है पुलिस कस्टडी में तो सवाल उठने लाजमी है। इस तरह लग रहा था एकदम स्क्रिप्टेड है। हम तो बोल रहे हैं अपराध और अपराधियों का खात्मा होना चाहिए, लेकिन उसका तरीका है ना भाई। ये कोई तरीका थोड़े है।
”उन्होंने यह भी कहा, “जो लोग भी अपराधी हैं या आपराध है। अपराध या अपराधी से हम लोगों को खौसतौर से मुझे कोई सहानुभूति नहीं है, लेकिन इस देश में कानून है और अगर अपराध का खत्मा होना चाहिए तो उसके लिए कानून और संविधान है। कोर्ट किसके जरिए होता है। हमने इस देश में देखा है कि प्रधानमंत्री की हत्या हुई तो हत्यारों का भी ट्रायल हुआ और सजा मिली।