बेहोश हो रही है नानी होंश आने पर खोज रही नाती को
अयांश का फोटो
अखिलेश कुमार
रांची। दो पक्षों के झगड़े में डेढ़ साल का अयांश आज अपनों से ही दूर सीडब्लयूसी के पास है. मां के सीने से हमेशा चिपके रहनेवाला, एक पल भी मां के आंखो से ओझल ना होनेवाला अयांश कानून के नियमों में पल रहा है. इधर अयांश की नानी उमरावती का रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है. वह बार-बार अयांश को ही खोज रही है. रोते-रोते कई बार बेहोश भी हो जा रही है. घर के अन्य सदस्य उन्हें किसी तरह संभाल रहे हैं. होंश आने पर चित्कार मारकर रोते हुए कह उठती है कि मेरे लाडली बेटी सरिता तो इस दुनिया से चली गयी लेकिन मेरे फूल जैसे नाती जिसे कुछ भी पता नहीं उसे क्यों हमलोगों से दूर कर दिया गया है. बीते 15 सितंबर को केतारीबगान स्वर्णरेखा नगर रोड नं. 3 में सरिता का शव ससुराल के कमरे में पड़ी मिली. सरिता के ससुरालवालों ने कहा कि वह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. लेकिन मायके वालों का आरोप है कि सरिता आत्महत्या बिल्कुल ही नहीं कर सकती उसकी हत्या कर दी गयी है. मायके वालों ने इस संबंध में ससुरालवालों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करायी है. प्राथमिकी में कहा गया है कि सरिता के पति धनंजय उनके माता-पिता और उनकी बहन और पति सरिता के साथ हमेशा मारपीट किया करते थें. पुलिस धनंजय को गिरफ्तार कर जेल भेज दी है. डेढ़ साल के अयांश को दोनों पक्ष अपने पास रखने की जिद पर अड़े हुए थें. यहां तक की थाने परिसर में भी अयांश को लेकर दोनों पक्षों में खींचतान हुई थी. धनंजय का कहना था कि मेरे बच्चे का ख्याल सरिता के परिवाले नहीं रखेंगे. इधर मायके वालों का कहना था कि जब मेरी बेटी पर ससुराल वालों को दया नहीं आयी और सब मिलकर हत्या कर डाली तो अयांश का भी ख्याल नहीं रखेगा, अपने दादा-दादी के पास सुरक्षित नहीं रह पाएगा. पुलिस दोनों पक्षों की बात सुनते हुए अयांष को सीडब्लूसी के हवाले कर दिया. अब कोर्ट के आदेश के बाद ही कुछ भी निर्णय हो सकेगा.
आवाज लाइव के माध्यम से मांग
सरिता के पिता मनोज चौधरी ने आवाज लाईव के माध्यम से मांग की है कि बच्चे उनलोगों के पास दिया जाए. बालिग होने तक उनलोग ही अयांश का देखरेख करेंगे. बहरहाल, जो भी हो पुलिस सरिता की मौत की गुत्थी सुलझाने में जुट गयी है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है और घर में लगे सीसीटीवी फुटेज को गहनता से खंगाला जा रहा है.