धनबाद। केरल के तिरुवनंतपुरम में तैनात एयरफोर्स के सार्जेंट के पद पर तैनात 39 वर्षीय प्रकाश तिवारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई। सोमवार को शहर के धैया स्थित ठाकुर कुल्ही झंडा चौक के निकट राजकीय सम्मान के साथ शव आवास पहुंचा परिजनों के चीत्कार से इलाका गूंज उठा। तिरंगा से लिपटे ताबूत में शव को देखते ही पत्नी दहाड़ मारकर रोते-रोते बेहोश हो गई। रिश्तेदार उसे संभालते हुए चेहरे पर पानी की छिड़काव कर होश में लाए। खबर मिलते ही धैया के सैकड़ों लोग पहुंचे। जिसमें महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल थे।
सार्जेंट का शव और परिजनों की हालत देख अधिकांश लोग अपनी आंसू रोक नहीं सके। जहां पार्थिव शरीर रखा गया था, वहां सार्जेंट के पिता के अलावा उसके भाई समेत अन्य रिश्तेदार भी थे। सभी रोते-बिलखते एक-दूसरे को संभालते रहे। पूरा माहौल गमगीन हो गया था।
तीन गोलियों से दी गई सलामी, खुदिया नदी में अंतिम संस्कार
अंतिम संस्कार से पहले घर के सामने पार्थिव शरीर को रखकर एयरफोर्स के अधिकारियों के निर्देश पर मातमी धुन के दौरान जवानों ने तीन गोलियों को दाग सलामी दी। एयरफोर्स से अधिकारियों और जवानों भारत माता की जय के नारे लगाये। उसके बाद अंतिम संस्कार की तैयारी की गई। फिर शव को खुदिया नदी गोविंदपुर ले जाकर घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। सार्जेंट के भतीजा ने शव को मुखाग्नि दी।
लोगों का कहना है कि सार्जेंट के घर या खुदिया नदी घाट पर कोई जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचे थे। यही नहीं जिला प्रशासन या पुलिस प्रशासन की ओर से भी कोई पदाधिकारी नहीं आये थे।
2007 में हुई थी शादी
बीसीसीएल से सेवानिवृत्त ललन तिवारी के तीन बेटों में प्रकाश तिवारी दूसरे नंबर पर आते हैं। 2002 में उन्होंने एयर फोर्स ज्वाइन किया था। 2007 में उनकी शादी सुलेखा तिवारी से हुई थी। उनका कोई नहीं था। वे मूलत बिहार बिहटा के रहनेवाले थे। बताया जाता है कि अचानक उनकी तबीयत खराब होने के कारण उन्हें इंडियन एयरफोर्स के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
21 साल पहले उनके तीन बेटे में से दूसरे नंबर पर प्रकाश ने देश सेवा के लिए भारतीय एयरफोर्स ज्वाइन किया था। 2010 से प्रकाश का परिवार धैया ठाकुर कुल्ही धनबाद में रह रहा है। प्रकाश के भाई का कहना है कि इतनी जल्दी हम सभी को छोड़ कर चले जायेंगे। इसकी उम्मीद नहीं थी। इस वक्त अपने बेटे की असामयिक चले जाने से कोयलांचल का माहौल गमगीन हो गया। कई लोगों ने श्रद्धांजलि दी।