धनबाद। पूर्व डिप्टी मेयर सह कांग्रेस नेता नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्याकांड में जेल में बंद शूटर अमन सिंह का भाई अजय सिंह की गिरफ़्तारी धनबाद पुलिस द्वारा उत्तर प्रदेश के आंबेडगर नगर के राजे सुल्तानपुर स्थित पैतृक गांव से गिरफ्तार कर धनबाद जेल लाए गए अमन सिंह के भाई अजय सिंह को धनबाद पुलिस के पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है।
अजय ने अपनी स्वीकृति बयान में बताया है की अमन सिंह धनबाद से हर माह 35 से 40 लाख रुपये की रंगदारी वसूलता है। बताया है की रंगदारी के पैसे से उसने कई जगहों पर जमीन और फ्लेट भी ख़रीदा है। इन वासुकि के पैसों से कोयले का कारोबार कर पैसा कमाया।
कोयले के कारोबार में धनबाद के कई लोग अमन के साथ शामिल
अजय सिंह ने खुलासा करते हुए बताया है की कोयले के कारोबार में अमन के साथ धनबाद के कई नामी गिनामि कोयला तस्कर और कारोबारी उसके साथ मिलकर कारोबार किये। यूपी के बनारस और डिहरी मंडियों में अमन सिंह की धमक से धनबाद कुख्यात कोयला तस्कर भी अकूत संपत्ति बनाई।
70-30 प्रतिशत का है पार्टनरशिप
पुलिस सूत्रों के अनुसार अजय सिंह ने अपने बयान में यह भी बताया है की बिहार और यूपी जाने वाली कोयले में उसका धनबाद के कोयला तस्करों के साथ 30 प्रतिशत की साझेदारी है। इस पैसों से वह कई जगहों पर चल और अचल सम्पति बनाया।
नेपाल समेत कई जगहों पर ख़रीदा फ्लैट और जमीन
अमन के भाई ने पूछताछ में यह भी खुलासा किया है की उसका भाई अमन सिंह ने नेपाल में भी अपनी सम्पति अर्जित कर वहां भी फ्लैट और जमीन खरीद रखा है। यह बात उसे भी नहीं पता की वह जमीन किस नाम से उसने लिया है। नेपाल के अलावा अमन ने बिहार, यूपी, बंगाल में कई अचल संपत्तियां अर्जित की।
गांव की लड़ाई में दोनों भाई गए थे जेल
पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि वर्षों पहले उसके गांव में एक लड़ाई हुई थी। इस लड़ाई में दोनों भाई एक साथ जेल भी गए थे। बाद में दोनों रिहा हुए और अपनी जिंदगी गांव में ही वयतीत करने लगे।
पुलिस से बचने के लिए दोनों भाई वाट्सअप से करते थे बात
अजय सिंह ने यह भी खुलासा किया है की पुलिस से बचने के लिए दोनों भाई वाट्सअप कॉल ऑर्ट मैसेजिंग के जरिये बात किया करते थे ताकि वे लोग पुलिस की नज़रों में ना आ सके। वाट्सअप कॉल से ही बात कर रंगदारी के पैसों को लेकर बात होती थी और फिर वह पैसों को कैसे लाना है इसका प्लान बनता था।