धनबाद। जीवित्पुत्रिका निर्जला व्रत जितिया पर्व के समापन उपरांत आज सुबह भाजपा नेत्री रागिनी सिंह ने गौशाला में गौ को भोजन करा विधिवत पूजा अर्चना की एवं गाय का दूध पीकर अपना निर्जला व्रत तोड़ा। उन्होंने बताया जीवित पुत्रिका व्रत हिंदू धर्म के सबसे कठिन व्रत में से एक है। हर साल आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को यह व्रत शुरू होता है।
तीन दिन तक चलने वाला यह व्रत महिलाओं के लिए बेहद कठिन व्रत माना जाता है। यह व्रत सप्तमी से लेकर नवमी तिथि तक चलता है। इस व्रत में महिलाएं निर्जला उपवास रहकर संतान की लंबी उम्र की कामना करती हैं। देश के अलग- अलग हिस्सों में इस व्रत को जिउतिया, जितिया, जीवित्पुत्रिका, जीमूतवाहन व्रत नाम से जाना जाता है।