चिरकुंडा, चिरकुंडा क्षेत्र के चपराडंगाल मे डीवीसी का 33 केवीए का हाई टेंशन तार गिर जाने से चिरकुंडा क्षेत्र मे 16 घंटे के बाद भी बिजली आपूर्ति नहीं हुई है और लोग अँधेरे में है. 16 घंटे के मशक्कत के बाद भी विद्युतकर्मी बिजली बहाल नहीं कर पाए जिसके कारण लोग काफी परेशान रहे। एक विभाग दुसरे विभाग पर मेंटेनेंस नही होने का आरोप लगाते रहे. चिरकुंडा के चपडा डंगाल मे मंगलवार की रात्रि 12 बजे अचानक हाईटेन्सन तार टुट जाने की वजह से यह समस्या उत्पन्न हुई।
इस संबध मे विद्धुत विभाग के सहायक अभियंता सोमेश कुमार ने डीवीसी के पुराने जर्जर तारो का मेन्टेनेस नही करने का आरोप लगाया। वही डीवीसी के तकनिकी कर्मी पार्थो कुमार ने बताया कि स्टेट बोर्ड के द्वारा बरसात आने से पहले विभाग अपनी तैयारी नही करता अपने संसाधनो की मेन्टेनेस नही करता जिसके कारण ऐसी तकनिकी समस्या उत्पन्न हो जाती है और अपनी साख बचाने के लिए डीवीसी पर ये आरोप मढ देते है।
डीवीसी का तार टुटा तो फौरन कर्मी कार्य में लग गए. कई जगह स्टेट बोर्ड की संसाधन ट्रीप कर गया. जिससे विद्युत आपूर्ति करने मे बाधा उत्पन्न हुई उन्होने बताया कि 33 केवीए का तार टुटने के बाद कई जगहो पर स्टेट बोर्ड का फाल्ट होने लगा जिससे काफी देर के बाद तक विद्युत आपूर्ति बहाल नही हुई. इससे लगता है कि चिरकुंडा लालटेन युग में जा रहा है