झरिया: जीवन इसका अर्थ ही जिंदगी है लेकिन झरिया के “जीवन” संस्था में जिंदगी का कोई भरोसा नही है। जी हाँ हाल ही में हुई बादल पाठक के साथ मारपीट और गौरी कुमारी की मौत मामले में जिला प्रशासन ने कार्यवाही तेज कर दी है।
गुरुवार को डीएसपी ,एसडीओ , सीडब्ल्यूसी समेत कई जाँच टीम मामले की जांच करने जीवन संस्था में पहुंचे जहां स्थानीय लोगों के हंगामे का भी उन्हें सामना करना पड़ा।
बता दें कि संस्था के प्रबंधक पर पीड़ित बादल पाठक के ऊपर नशा आदि कराने एवं जबरन अवैध संबंध का आरोप लगाया था जिसको लेकर उपायुक्त ने संस्था के प्रधानाचार्य अनिल सिंह को शोकॉज किया भी किया। वही जांच करने आयी टीम में डीएसपी और एसडीओ ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है और हर एक बिंदुओं पर गहन जाँच किया जा रहा है।
जीवन स्कूल मुखबधिर और अपंग बच्चों का स्कूल है। बता दें कि बादल पाठक डेढ़ महीने से और गौरी कुमारी 11 साल से जीवन संस्था में रहकर अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे थे । बादल पाठक ने गौरी कुमारी के साथ हुए हादसे को अपनी आंखों से देखा था हादसे को याद कर बादल पाठक चीखता व चिल्लाता था और जब – जब बादल पाठक चीखता ,संस्था के लोग डंडे से मारपीट करते। गर्म आयरन से उसका पैर जला दिया। हालांकि जीवन स्कूल में छात्रों के साथ मारपीट और खाना नहीं देने का कोई नया मामला नहीं है आसपास के रहने वाले लोग आए दिन छात्रों का चीखने चिल्लाने की आवाज सुनते रहते है।
बहरहाल, जांच टीम पूछताछ करने के बाद अपनी जांच की प्रक्रिया पूरी कर ली है। जांच टीम शुक्रवार को जांच रिपोर्ट उपायुक्त को सौपेगी।