बोकारो – झारखंड जदयू के युवा प्रदेश अध्यक्ष सह ट्रांसपोर्टर मयंक सिंह के हाथों प्रतिबंधित एके-47 से फायरिंग का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो झारखंड बिहार में चर्चा का विषय है बना हुआ जिससे झारखंड के साथ साथ बिहार जदयू की साख पर बट्टा लगता दिख रहा है। मयंक सिंह बोकारो के चास थाना क्षेत्र में रहते हैं और यहीं रहकर अपना व्यवसायिक और राजनीतिक गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं। एक वर्ष पूर्व जिले में इनके राजनीतिक उठापटक की चर्चा भी जोर शोर से हुई थी। फिलहाल मयंक सिंह वेदांता इलेक्ट्रोस्टील से माल का ट्रांसपोर्टिंग पतरातु और आसपास के क्षेत्रों में पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
जदयू युवा प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले ये बीजेपी में बोकारो जिला युवा मोर्चा के अध्यक्ष थे। बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के बाद उन्होंने व्यवसाय का विस्तार और राजनीतिक पहचान बनाने के लिए जदयू का दामन थाम लिया। इसी बीच वीडियो वायरल होने के बाद जिले भर में इनकी गतिविधियों का चर्चा जोर शोर से होने लगी है।
एसपी ने स्पेशल टीम की गठित, पुलिस कर रही छापेमारी
वीडियो एके 47 से फायरिंग का वीडियो वायरल होने के बाद बोकारो पुलिस भी हरकत में आयी। बोकारो एसपी चंदन कुमार झा ने इस मामले की जांच के लिए एसडीपीओ चास के नेतृत्व एक टीम का गठन कर कार्यवाही का आदेश दिया है। जिसके बाद मयंक सिंह के चास स्थित घर में छापेमारी भी की जा रही है। एसपी बोकारो ने बताया कि वीडियो कहीं का भी हो सकता है। अभी यह भी जांच का विषय है कि वीडियो कब का है। इसपर तकनीकी जांच के बाद ही ज्यादा कुछ कहा जा सकता है।
परिजनों का आरोप फांसने कि हो रही साजिश
वही इस वायरल वीडियो पर मयंक सिंह के घर वालों ने भी सफाई देते हुए कहा है कि बिहार में अमित सिंह नामक मुखिया के द्वारा रंगदारी मांगा जा रहा है। उसके द्वारा छोटे बेटे की बुरी तरह पिटाई भी कि गई थी। जिसकी शिकायत पतरातु थाने में दर्ज कराई गई है। उनके बेटे को फांसने कि साजिश की जा रही है। मयंक के पिता ने कहा कि वीडियो में क्या सच है क्या नहीं यह तो जांच का विषय है जांच हो जाएगी तो सच खुद-ब-खुद सामने आ जाएगा।