गोवा विधानसभा चुनाव से पहले शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पाटी के एकमात्र विधायक चर्चिल अलेमाओ सोमवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। खास बात है कि अपनी विधायकी बचाने के लिए उन्होंने अपनी पार्टी की राज्य विधायी इकाई का ममता बनर्जी की पार्टी में विलय कर दिया। बेनौलिम सीट से विधायक अलेमाओ ने कहा कि आज वह ममता बनर्जी की मौजूदगी में औपचारिक रूप से तृणमूल में शामिल होंगे।
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गोवा के दो दिवसीय दौरे पर हैं। तृणमूल कांग्रेस ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह अगले साल होने वाले गोवा विधानसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। ममता गोवा चुनाव को काफी गंभीरता से ले रही हैं। एक के बाद एक करके ताबड़तोड़ ऐलान करके वोटरों को अपने पाले में करने की पुरजोर कोशिश वो कर रही हैं। हाल ही में उन्होंने केजरीवाल के फ्री कार्ड को बेअसर करने के लिए 5 हजार का दांव खेला है। तृणमूल किसी भी सूरत में गोवा जीतना चाहती है।
उधर, अलेमाओ ने सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष राजेश पटनेकर से मुलाकात की और सूचित किया कि उन्होंने राकांपा की गोवा विधायी इकाई का तृणमूल कांग्रेस में विलय कर दिया है। पटनेकर से मुलाकात के बाद अलेमाओ ने कहा- मुझे क्यों विधायक पद से इस्तीफा देना चाहिए? मैं विधायक बना रहूंगा। मैंने पार्टी की विधायी इकाई का विलय तृणमूल में किया है।
अलेमाओ ने दावा किया कि वह राकांपा के एकमात्र विधायक हैं और पार्टी की विधायी इकाई का शत प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए भारतीय संविधान की 10वीं अनुसूची के तहत यह विलय वैध है। अलेमाओ ने कहा कि दो तिहाई से अधिक सदस्य पार्टी विधायी इकाई का विलय कर सकते हैं। उनका कहना था कि यहां तो वह सौ फीसदी खुद ही पार्टी हैं।
राकांपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नवाब मलिक ने इस मसले पर कहा कि चुनाव के समय अक्सर लोग एक पार्टी को छोड़कर दूसरे में शामिल होते हैं। उन्होंने कहा कि अगर वह (अलेमाओ) तृणमूल कांग्रेस में जाना चाहते हैं तो यह उनकी पसंद है। वह पिछले चुनाव में हमारी पार्टी में शामिल हुए थे। इससे क्या फर्क पड़ता है कि वह इस्तीफा देते हैं या नहीं, क्योंकि चुनाव नजदीक है।