झरिया: झरिया में लगी जाम निगल गयी सावित्री देवी की जिंदगी । लोगों में जिला प्रशासन के प्रति आक्रोश व्याप्त है। झरिया बाजार के बाटा मोड़ के समीप ऑटो सड़क पर खडा होने से घंटों जाम में फंसा एम्बुलेंस आपातकाल सायरन बजाते रहा। लेकिन ऑटो चालक व अन्य वाहन सवार ने एम्बुलेंस को रास्ता नहीं दिया। अंतत: एम्बुलेंस में सवार मरीज ने दम तोड दिया।
झरिया थाना क्षेत्र के कोयरीबांध निवासी गया प्रसाद चौधरी के अनुसार, पत्नी को सिर दर्द व ठंड लग रहा था। जिस कारण अचानक उसकी तबयित बिगड़ गयी। तकलीफ होने पर दिन ले करीब 12 बजे एंबुलेंस से अस्पताल ले जाने के लिए चले। झरिया शहर के बाटा मोड़ के पास एंबुलेंस जाम में फंस गयी। जब अस्पताल पहुचे तो प्रथम जांच के दौरान चिकित्सक मृत घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि सही समय पर अस्पताल पहुंचने पर उनकी पत्नी को बचाया जा सकता था।
आधा किलोमीटर जाने में लगा ढाई घंटा: कोयरी बांध से करीब आधा किलोमीटर दुरी पर स्थित लाइन अस्पताल तक मरीज लेकर जा रहे एम्बुलेंस को करीब ढाई घंटे समय लगा। जिला प्रशासन द्वारा झरिया शहर में वन वे नियम लागु किया गया है। लेकिन पालन कराने में जिला प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। आम जन के लिए बनाइ नई व्यवस्था के बाद भी राहत नहीं मिल रही है। झरिया में वनवे का जमकर धज्जिया उड़ रहा है। एम्बुलेंस चालक सूरज कुमार ने कहा कि झरिया बाटा मोड़ जाम होने के कारण मरीज की मौत हुई है। डॉक्टर ने कहा कि सही समय पर मरीज पहुँचता तो मरीज बच सकता।