धनबाद। जेपीएससी द्वारा 19 सितंबर को आयोजित होने वाली झारखंड संयुक्त सिविल सर्विस पीटी परीक्षा 2021 की तैयारियों की समीक्षा के लिए आज न्यू टाउन हॉल में उपायुक्त की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी मजिस्ट्रेट से कहा कि कोविड समुचित व्यवहार का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित कराते हुए परीक्षा को कदाचार मुक्त एवं निष्पक्ष माहौल में संपन्न कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है।
उन्होंने बताया कि जिले के 102 परीक्षा केंद्रों पर 32119 परीक्षार्थी भाग लेंगे। निर्वाचन कार्य की तरह जेपीएससी की परीक्षा के दौरान भी स्कोप आफ एरर शून्य रहता है। इसलिए सभी केंद्राधीक्षकों, दंडाधिकारियों, नोडल पदाधिकारी व पुलिस-प्रशासन के पदाधिकारियों को जेपीएससी द्वारा निर्धारित सभी निर्देशों का पूर्ण रूप से अध्ययन कर उसका पालन सुनिश्चित करना है।
बैठक में परीक्षा के पूर्व की तैयारियों, परीक्षा के दौरान तथा परीक्षा के उपरांत किए जाने वाले कार्यों से लेकर आयोग को प्रतिवेदन भेजने तक की पूरी प्रक्रिया के विषय में विस्तार से चर्चा की गई।
उपायुक्त ने कहा कि कई विद्यार्थियों का भविष्य इस परीक्षा पर निर्भर करता है। कई परीक्षार्थियों द्वारा कदाचार करने की संभावना भी बनी रहती है। यदि कोई परीक्षार्थी कदाचार करके अंक प्राप्त करता है, तो अंतिम मेरिट लिस्ट में उसे अतिरिक्त एडवांटेज प्राप्त होता है। जिससे ईमानदारी से कदाचार मुक्त परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों के भविष्य पर असर पड़ता है। इसे ध्यान में रखकर हमें किसी भी परिस्थिति में कदाचार मुक्त परीक्षा संपादित करना सुनिश्चित करना है।
सभी दंडाधिकारी एवं पुलिस टीम के सदस्य परीक्षा शुरू होने के 2 घंटे पूर्व अर्थात सुबह 8:00 बजे तक परीक्षा केंद्रों पर अनिवार्य रूप से रिपोर्ट करेंगे। परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पूर्व से परीक्षार्थियों की इंट्री सीट प्लान के अनुरूप करवाएंगे। परीक्षार्थियों की इंट्री के दौरान यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके पास किसी प्रकार का कोई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, मोबाइल फोन या इलेक्ट्रॉनिक घड़ी इत्यादि नहीं हो।
वज्रगृह से परीक्षा केंद्र तक प्रश्न पत्र पहुंचाने, प्रश्न पत्र खोलने एवं वितरण करने की एसओपी का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जाएगा एवं इसकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी।
उपायुक्त ने बताया कि आयोग द्वारा यह स्पष्ट दिशा निर्देश दिया गया है कि परीक्षा हेतु निर्धारित 2 घंटे सिर्फ और सिर्फ परीक्षार्थियों को परीक्षा देने के कार्य में उपयोग में लाया जाएगा। अतः ओएमआर शीट अथवा आंसर शीट परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट पहले परीक्षार्थियों को उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे कि वह 2 घंटे पूरी तरह से परीक्षा के लिए दे सकें।
बैठक में उपायुक्त ने सभी को स्पष्ट निर्देश दिया कि यदि कोई गलत गतिविधि होती है, तो उसके विरुद्ध तुरंत कार्यवाही करनी है। कदाचार करने वाले विद्यार्थियों के विरुद्ध एफआईआर करने का निर्देश आयोग द्वारा दिया गया है। उन्होंने टॉयलेट के इंट्री एवं एग्जिट प्वाइंट पर निरंतर नजर बनाए रखने एवं गलत गतिविधियों का वीडियोग्राफी कराने का निर्देश दिया।
परीक्षा केंद्रों पर पेयजल, शौचालय, विद्युत इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का निर्देश भी दिया गया।
बैठक में एसएसपी ने कहा कि परीक्षा के दौरान पर्याप्त सुरक्षा एवं सुचारू यातायात की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। सभी क्षेत्रों में पेट्रोलिंग पार्टी एवं अतिरिक्त बल की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित की जाएगी। सभी केंद्रों पर पुलिस की टीम निर्धारित समय से पहुंचेगी। परीक्षा केन्द्रों के आसपास मोटरसाइकिल फोर्स भी लगातार गतिशील रहेगी। उन्होंने सभी केंद्र अधीक्षकों को संबंधित थाना प्रभारी से समन्वय स्थापित कर सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।
बैठक में उपायुक्त, वरीय पुलिस अधीक्षक, एएसपी लॉ एंड ऑर्डर, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सभी केंद्र अधीक्षक, सभी क्षेत्रों के नोडल पदाधिकारी सहिय अन्य पुलिस एवं प्रशासन के पदाधिकारी उपस्थित रहे।