झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह को आज दूसरी बार जांच के लिए धनबाद के प्राइवेट जांच घर ले जाया गया. वहां अल्ट्रासाउंड समेत अन्य टेस्ट हुए, लेकिन एमआरआई नहीं हो सकी. इसके बाद संजीव सिंह को वापस एसएनएमएमसीएच ले जाया गया.
संजीव सिंह की पत्नी भाजपा नेत्री रागिनी सिंह ने बताया कि अल्ट्रासाउंड समेत अन्य टेस्ट हुए हैं. परंतु सांस फूलने, चक्कर आने व बीपी बढ़े होने के कारण एमआरआई नहीं हो सकी. उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से बीमार एक विचाराधीन बंदी के साथ राज्य सरकार बदले की भावना से काम कर रही है. स्वास्थ्य में लगातार गिरावट के बावजूद अच्छे इलाज की अनुमति नहीं है. यह सत्ता का प्रभाव नहीं तो और क्या है. किसी भी अप्रिय घटना घटने पर इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार जेल प्रशासन और एसएनएमएमसीएच की होगी.