झरिया : धनबाद रेलवे में कार्यरत सुरेन्द्र चौहान किसी काम के चलते अपने बाइक से झरिया आए थे। लक्षमानिया मोड़ समीप उनका पर्स जेब से मोबाइल निकलने के दौरान गिर गया. इस दौरान पीछे से आ रहे एक ऑटो के चालक की नजर उक्त पर्स पर पड़ी।
ऑटो चालक ने रोड पर गिरे पर्स के समीप जाकर ऑटो रोक दिया जिसके बाद चालक के बगल बैठे सवारी ने रोड पे गिरा पर्स उठा लिए । जिसके बाद ऑटो चालक व पर्स उठाने वाले सवारी ने पर्स को खोल कर देखा तो उसमें लगभग दो हजार रुपये मिले।
वही ऑटो मे सवार कुछ सवारियों ने पर्स को उसके मालिक को सौपने की बात कही तो कुछ ने पर्स थाना को सौपने की बात करते दिखे। साथ ही कुछ लोगो की मंशा पर्स मे मौजूद रकम डकार जाने की थी। सभी के राय भिन्न होने के कारण मामला गरमा गया और चार नंबर टैक्सी स्टैंड समक्ष जैसे ही ऑटो रुका सभी आपस मे उलझ गए।
ऑटो मे मौजूद हर एक सवारी पाए गए पर्स पर दावेदारी ठोकने लगे साथ ही बीच सड़क मे एक दूसरे से तू तू मे मे करने लगे। तभी अर्चना फ्रूट सेंटर नामक दुकानदार आशीष सेठ की नजर आपस मे बहस कर रहे लोगो पर पड़ी तो दुकानदार ने ऑटो चालक व पर्स उठाए हुए सवारी से मामला जाना।
पर्स अपने हाथों मे लेकर उक्त दुकानदार ने पर्स को खंगाला तो पर्स मालिक का नंबर एक कार्ड मे लिखा हुआ मिला। जिसके बाद दुकानदार ने उक्त नंबर पर कॉल कर पर्स मालिक को अपने दुकान का पता बता कर बुला कर पर्स सौंप दिया।