मनी लांड्रिंग मामले में झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो सहित कई अधिकारी भी जांच के दायरे में हैं। इनमें शिक्षा मंत्री के पीए पवन कुमार, पूर्व आईएएस केके खंडेलवाल, दिलीप झा, गिरिडीह एसपी अमित रेणू और गिरिडीह एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह के साथ- साथ कुछ कारोबारियों की जानकारी राज्य पुलिस मुख्यालय से मांगी गयी है। कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल से पूछताछ के बाद ईडी ने यह कदम उठाया है। राज्य के 30 से भी ज्यादा राजनेताओं, अफसरों और कारोबारियों के बारे में झारखंड पुलिस को 26 अलग-अलग पत्र लिखकर उनसे जुड़े ब्योरे मांगे हैं।
ईडी ने जिन लोगों के बारे में पुलिस मुख्यालय से इन्फॉमेर्शंस तलब की है, उनमें सीनियर आईएएस के.के. खंडेलवाल, पाकुड़ के उपायुक्त रहे दिलीप झा, गिरिडीह के एसपी रहे अमित रेणु और एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह के नाम भी शामिल हैं। राज्य के क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट ने ईडी के पत्रों का हवाला देते हुए सभी जिलों के एसपी को इससे संबंधित ब्योरा जुटाने का निर्देश दिया है। निर्देश दिया गया है कि इन लोगों के खिलाफ उनके जिले में कोई एफआईआर, चार्जशीट या केस हो तो उनके दस्तावेज पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध करायें।
माना जा रहा है कि राज्य पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर ईडी आगे की कार्रवाई करेगी। ईडी ने राज्य के पुलिस मुख्यालय को लिखे गये पत्रों में मंत्री, विधायक और अफसरों के खिलाफ मिली शिकायतों और उनपर लगे आरोपों का जिक्र किया है। ईडी को शिकायत मिली है कि राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो और उनके पीए पवन कुमार ने पद का दुरुपयोग करते हुए आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है और सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया है।
इसी तरह राज्य में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग में अपर मुख्य सचिव के रूप में पदस्थापित रहे के.के. खंडेलवाल के खिलाफ भी पद के दुरुपयोग और आय से अधिक संपत्ति जुटाने की शिकायत ईडी को मिली है। गिरिडीह के एसपी अमित रेणु पर भी ऐसे ही आरोप हैं। पाकुड़ के उपायुक्त रहे दिलीप झा पर अवैध तरीके से पत्थर-बालू खनन के कारोबार को संरक्षण देकर अवैध कमाई करने की शिकायत है।
गिरिडीह के एसीडीपीओ अनिल कुमार सिंह के बारे में ईडी को शिकायत मिली है कि उन्होंने शेल कंपनियों के जरिए मनी लांड्रिंग की। आरोप के मुताबिक इसमें झामुमो के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने भी मदद की है। इनके अलावा साहिबगंज के जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार पर अवैध खनन चालान जारी कर और अवैध खनन के जरिए अपने एवं अपने परिवार के लोगों के नाम पर अवैध संपत्ति बनाने का आरोप है।
शिकायत यह भी है कि उन्होंने पद का दुरुपयोग कर मेसर्स जीएच स्टोन वर्क्स के हरिभक्तो घोष को खनन पट्टा अलॉट कराया। पुलिस मुख्यालय को भेजे गये पत्रों के मुताबिक लोहरदगा की जिला मत्स्य पदाधिकारी रहीं गीतांजलि कुमारी, भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) के सीनियर मैनेजर बीएन बेहरा, चीफ विजिलेंस ऑफिसर अनिमेष कुमार, रांची में आर्किड मेडिकल सेंटर डा. जयंत कुमार घोष पर अवैध तरीके से करोड़ों की संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। ईडी ने इन सबके अलावा धनबाद में कोयले के अवैध कारोबार के जरिए अवैध संपत्ति अर्जित करने और मनी लांड्रिंग के बारे में राज्य पुलिस को ब्योरा उपलब्ध कराने को कहा है।