सार्वजनिक क्षेत्र बचाओ, देश बचाओ को लेकर भारतीय मजदूर संघ की औद्योगिक इकाई अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के नेतृत्व में 17 नवंबर 2022 को दिल्ली के संसद भवन पर रैली सह धरना/प्रदर्शन किया जाएगा जिसमें देश की कोने-कोने से सार्वजनिक क्षेत्र से लाखों संगठित एवं असंगठित मजदूरो की भागीदारी होगी।
उक्त बातें भा.म.संघ से सम्बद्ध धनबाद कोलियरी कर्मचारी संघ के महामंत्री सह केंद्रीय सलाहकार समिति के सदस्य रामधारी ने आज धनबाद रेलवे स्टेशन से दिल्ली जाने के क्रम में कही। उन्होने कहा कि सरकार मंशा साफ नहीं है वर्तमान सरकार पूर्व की कांग्रेस की गठबंधन की सरकार की नक्से क़दम पर चल रही है सरकार की नियत और नियती दोनों में खोट है केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों को चलने नहीं देंगे,
रामधारी कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र में निजीकरण, विनीवेशीकरण, आउटसोर्सिंग पर रोक, वेतन समझौता 11 को जल्द लागू करने, कोयला उद्योग में नई बहाली करने, ठेका श्रमिकों का 8 घंटा का काम के साथ भ्च्ब् का वेतन भुगतान करने, सी.पी.आर.एम.एस., चिकित्सा स्कीम को कैशलेस करने, CMPF की समस्या सहित अन्य मांगों को लेकर 17 को लाखो श्रमिको का दिल्ली संसद भवन पर एक दिवसीय धरना/प्रदर्शन की जायेगी।
उन्होने कहा कि वर्तमान सरकार के मजदूर विरोधी नीतियों के विरोध में बी.सी.सी.एल से हजारो संगठित एवं असंगठित श्रमिक दिल्ली प्रदर्शन में भाग लेने हेतु ट्रेन के द्वारा आसनसोल, अदरा, धनबाद, गोमो, रॉची और गया से एक दिन पुर्व में भी ट्रेन एवं बस के द्बारा आदि से धनबाद से दिल्ली के लिए कुच कर गए हैं।
मौके पर के पी गुप्ता जे.बी.सी.सी.आई.सदस्य,प्रेम शकर मंडल, उमेश कुमार सिंह, गंगा सागर राय रामरतन सिंह, जोगेन्द्र सिंह, लोकेश कुमार सिंह, मुरारी तॉंती, रामकृष्ण यादव, नन्दु राम दुसाध, उत्तम कुमार पान्डेय, मंतोष तिवारी, सुरेश यादव, नवनित सिंह, अरविन्द कुमार, विनोद कुमार प्रजापति , प्रसान्त नियोगी सहित अन्य कार्यकर्ताओं की इस कार्यक्रम में भागीदारी हुई।