धनबाद। सरकारी राजस्व की चोरी करने वालों की अब खैर नहीं है। सीआईडी की रिपोर्ट के बाद तीन स्पेशल टीम बनायी गयी है तो तीन अलग – अलग क्षेत्रों के ऐसे लोगों पर नजर रखेगी। इधर सीआईडी ने आठ कुख्यात कोयला तस्करों नाम भेजे हैं। इनमें मेनेजर राय, नर्मदेश्वर सिंह, रमेश गोप अनुज सिंह सहित कुल आठ लोगों के नाम शामिल हैं। इन सबों पर स्पेशल टीम की विशेष नजर रहेगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तीन टीम क्रमश: झरिया, निरसा और बाघमारा क्षेत्र के लिए बनायी गयी है। आठ कुख्यात लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गयी है। टीम इनके भट्ठों में लगातार जांच करेगी। टीम में आयकर विभाग और जीएसटी, के पदाधिकारी शामिल हैँ।
कागज पर चल रही कंपनी, सरजमीं पर कहीं नहीं
सरकारी खजाने में सेंध लगाने वाले दर्जनों लोग ऐसे हैं जो फर्जी कंपनी बनाकर करवंचना कर रहे हैं। यह टीम अब उनके ठीकाने की तलाया करेगी और फिर जीएसटी सहित अन्य विभागों के पदाधिकारी उनकी सत्यता की पड़ताल करेंगे। जानकार के मुताबिक धनबाद में दर्जनों ऐसी कंपनियां चल रही है। वैसी सभी फर्जी कंपनियों की जांच करके उसे ना केवल बंद करायी जायेगी बल्कि उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज किया जायेगा। सूत्रने बताया कि एक – एक आदमी के पास 10 – 10 फर्जी कंपनियां है। वैसी कंपनियां अरबों रुपये की टैक्स की चोरी कर रही है।
सीआईडी की डायरी में कई कलमकारों के नाम भी, सबसे ज्यादा पोर्टल वाले
सीआईडी सूत्रों के मुताबिक फर्जी कंपनियों से धनबाद के एक दर्जन पत्रकार ओबलाइज होते रहे हैं। ऐसे सारे लोगों को चिन्हित किया जा चुका है। सूत्रों ने यह भी बताया पोर्टल वाले या कुछ नामचीन मीडिया वाले पहले न्यूज छापते या दिखाते हैं फिर उनसे सेटलमेंट कर लेते हैं। ऐसे लोगों को सीआईडी ने ब्लैकलिस्ट में डाल दिया है ताकि उनकी किसी भी सूचना पर वे लोग विश्वास नहीं करेंगे।
आवाज अखबार बना सबसे विश्वसनीय
अधिकारियों ने बताया कि आज की तारीख में सबसे विश्वसनीय अखबार आवाज है जो पूरी निर्कभीता से खबर देता है। उसकी किसी भी खबर पर वे लोग आगे की कार्रवाई निर्धारित करते हैं। इतना ही नहीं कई बार तो ऐसा हुआ है कि खबर को भी दूसरे लोग तोड़ मरोड़ कर पेश करते हैं जबकि आवाज पूरी तरह जो जैसे कार्रवाई हुई रहती है, उसे उसी रूप में परोसता है।
निरसा, झरिया, गोविंदपुर और बाघमारा के कोल तस्करों पर रहेगी नजर
सीआईडी रिपोर्ट में टीम को यह निर्देश दिया गया कि झरिया, गोविंदपुर, निरसा और बाघमारा क्षेत्र के अवैध कोयला तस्करों पर नजर रखनी है। इन क्षेत्रों के आर्थिक अपराधियों की कुंडली खंगालने का काम शुरू हो गया है।