धनबाद- यूक्रेन रूस में गोलियों, बम, सायरन की आवाज ओर चारों तरफ़ बढ़ती तबाही के बीच फंसी सौम्या आज धनबाद पहुंची।
माता पिता ने सरकार से अपील की थी कि उसकी बेटी को सुरक्षित स्वदेश ला दे। कल दिल्ली से राँची भाया धनबाद पहुँची। भारत सरकार के मिशन गंगा के तहत उसे रोमानिया सीमा से दिल्ली लाया गया।
सौम्या धनबाद पब्लिक स्कूल, हीरक ब्रांच की छात्रा रही है, नैशनल पिरोगोव मेमोरियल मेडिकल यूनिवर्सिटी, यूक्रेन की थर्ड ईयर की मेडिकल स्टूडेंट हैं।
जब सौम्या दिल्ली पहुंची तो धनबाद पब्लिक स्कूल हीरक ब्रांच की छात्रा एयर होस्टेज रितिक राजगड़िया ने दिल्ली में स्वागत किया।
धनबाद पब्लिक स्कूल, हीरक ब्रांच के खेल प्रशिक्षक रहे और अभी ह्यूमानिटी हेल्पिंग हैंड्स के संस्थापक सह केंद्रीय अध्यक्ष गौतम कुमार मंडल ने रितिका को टेलीफोनिक सूचना देकर दिल्ली में सौम्या से मुलाकात कर उसकी खबर लेने को कहा था ।
सौम्या टोपनो दिल्ली से रांची में एक दिन रुककर अपने परिजनों के साथ धनबाद आई ओर यूक्रेन की दर्द भरी दास्तां बताते बताते रो पड़ी। कहा धन्यवाद भारत सरकार। काफ़ी लोग सौम्या से वहाँ की घटना से रूबरू होने पहुँचे।
गौतम कुमार मंडल ने सौम्या ओर जो भी भारतीय थे सभी को कुशलता पूर्वक भारत वापस लाने और सौम्या जैसे बच्चों के लिए भारत सरकार द्वारा उठाये गए कदम की सराहना की।