दक्षिण तुर्की (हालांकि इसका नाम बदल कर तुर्किए हो गया है) में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया है. जानकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा तुर्की के दक्षिण में गाजियानटेप में तेज झटके महसूस किए गए. भारी जान माल का नुकसान बताया जा रहा है. 7 से 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतें गिर जाती हैं. जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं. सोशल मीडिया पर बहुत सारे वीडियोज वायरल हो रहे हैं. जिसमें तबाही का मंजर दिख रहा है. बड़ी-बड़ी इमारतें जमींदोज दिख रहीं हैं. हालांकि अभी इनकी आधिकारिक पुष्टि हम नहीं कर रहे
तुर्की में रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है. कई एजेंसियां लोगों को बचानें में जुटी हुई है. बहुत सारी इमारतें जमींदोज़ हो गई हैं. उनके अंदर लोगों के दबे होने की भी आशंका है. इसके अलावा इजरायल, फिलिस्तीन, साइप्रस, लेबनान, इराक में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. तुर्की-ईरान सीमा पर इससे पहले भूकंप आया था. जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.9 आंकी गई थी. सोशल मीडिया पर जिस तरह के वीडियो पोस्ट किए जा रहे हैं वो परेशान करने वाले हैं. लोग यहां-वहां भाग रहे हैं. बड़ी-बड़ी इमारतें जमींदोंज दिख रही हैं
पुलिस और रेसक्यू टीम्स बचाव कार्य में जुटी हुई हैं. हालांकि नुकसान कितना हुआ, भूकंप का केंद्र क्या था. अभी ये तय नहीं हुआ है. इससे पहले तुर्की की सीमा के पास उत्तर-पश्चिम ईरान में 5.9 तीव्रता का भूकंप आया था जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी.
बड़े-बड़े माइकों से एनाउंस किया जा रहा है कि लोग अपने घरों को छोड़कर खुले ओपन एरिया की तरफ जाएं. लोग यहां वहां भाग रहे हैं. मलबा पड़ा हुआ है. भूकंप इतना भयंकर था कि लोगों को बचने का मौका नहीं मिला . रिएक्टर स्केल में 7 से ऊपर भूकंप बहुत खतरनाक माना जाता है.