बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर उपद्रवी तत्व लगातार हमला कर रहे हैं। इस बार इस्कॉन मंदिर को निशाना बनाया गया है। मंदिर के पुजारी को हमलावरों ने मार दिया है।
इस्कॉन ने पहले एक ट्वीट में कहा कि इस हमसे में मंदिर को काफी नुकसान हुआ है और एक पुजारी की हालत गंभीर बनी हुई है। ट्वीट में कहा गया है- “इस्कॉन मंदिर और भक्तों पर आज नोआखली, बांग्लादेश में भीड़ द्वारा हिंसक हमला किया गया। मंदिर को काफी नुकसान हुआ और एक पुजारी की हालत गंभीर बनी हुई है। हम बांग्लादेश सरकार से सभी हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और अपराधियों को न्याय दिलाने का आह्वान करते हैं”।
कुछ देर बाद इस्कॉन ने एक और ट्वीट कर कहा कि बड़े दुख के साथ हम इस्कॉन सदस्य पार्थ दास की खबर साझा कर रहे हैं, जिनकी कल 200 से अधिक लोगों की भीड़ ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। उसका शव मंदिर के बगल में एक तालाब में मिला है। हम बांग्लादेश सरकार से इस संबंध में तत्काल कार्रवाई की मांग करते हैं।
इस घटना के बाद से वहां के हिन्दू भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। इस्कॉन ने भी पीएम मोदी से हिन्दुओं की सुरक्षा करने की गुहार लगाई है।
इन घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए, विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि बांग्लादेश स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए काम कर रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “हमने बांग्लादेश में धार्मिक सभाओं पर हमलों से जुड़ी अप्रिय घटनाओं की कुछ परेशान करने वाली खबरें देखी हैं”।
बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना ने भी देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने वादा किया कि कोमिला में सांप्रदायिक हिंसा के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बांग्लादेश में पिछले एक सप्ताह से हिंदू पूजा स्थलों पर लगातार हमले हो रहे हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों ने दावा किया कि बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों और मूर्तियों को तोड़ा गया है। एक दुर्गा पूजा पंडाल में कथित तौर पर कुरान की बेअदबी की खबर सोशल मीडिया पर फैलने के बाद बांग्लादेश में हिंसा भड़क उठी है।