झारखंड में अनुसूचित जनजाति(एसटी) को अपने साथ जोड़ने के लिए भारतीय जनता पार्टी की तरफ से बड़ा फैसला किया गया है। बता दें कि राज्य में 28 सीटें एसटी आरक्षित हैं लेकिन भाजपा को सिर्फ 2 सीटें ही मिली। ऐसे में जनजातियों को पार्टी के साथ जोड़ने के लिए 15 नवंबर, बिरसा मुंडा जयंती के दिन पूरे देश में ‘जनजातीय गाैरव दिवस’ के रूप में मनाने को लेकर केंद्र की तरफ से मुहर लगा दी है।
बता दें कि पिछले महीने भाजपा एसटी माेर्चा की रांची में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। इसमें राज्य के जनजातियों को भाजपा के साथ जोड़ने की कवायद पर चर्चा हुई। बैठक के बाद फैसला किया गया है कि 15 से 22 नवंबर तक बिरसा मुंडा के साथ अन्य सभी जनजातीय महापुरुषाें की स्मृति में कार्यक्रम हाेगा।
इस फैसले को लेकर माना जा रहा है कि भाजपा जनजातियों के बीच में अपनी पकड़ और मजबूत बनाना चाहती है। इसको लेकर तैयार किए गए प्रस्ताव में कहा गया कि जनजातीय याेद्धाओं का इतिहास और उनके संघर्षाें काे व्यापक रूप से प्रचारित करने की जरूरत है। मंशा है कि ऐसा करने से जनजातीय लाेग भाजपा से भी जुड़ेंगे। मालूम हो कि जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने जानकारी दी कि इसको लेकर कैबिनेट में एक प्रस्ताव पेश किया जिसे केंद्र ने मंजूरी दे दी है।
बता दें कि 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी भाेपाल में जनजातीय गाैरव दिवस पर होने वाले एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। यहां से वो रांची के पुराने जेल में बनाए गए भगवान बिरसा मुंडा संग्रहाल का ऑनलाइन उद्घाटन करेंगे। गौरतलब है कि बिरसा मुंडा ने इसी जेल में अपने जिंदगी के आखिरी दिन काटे थे। उनका निधन 9 जून 1900 काे हुआ था। जुडकाे ने 35 कराेड़ की लागत से अंडमान निकाबार द्वीप समूह के सेल्युलर जेल की तर्ज पर इस संग्रहालय काे विकसित किया है।
गौरतलब है कि झारखंड में जनजातियों के प्रभाव वाली सीटों में जगन्नाथपुर, खिजरी , सिमडेगा, कोलेबिरा, मणिका, लोहरदगा कांग्रेस के पास हैं। वहीं मांडर जेवीएम, खूंटी-तोरपा सीट पर भाजपा ने जीत हासिल की है। इसके अलावा अन्य सभी सीटें झामुमो की झोली में है।