हजारीबाग– बड़कागांव प्रखंड कार्यालय में पदस्थापित प्रधान लिपिक देवकी राम पर वृद्धा पेंशन के आवेदकों में पैसा नहीं देने पर आवेदन में त्रुटि निकालकर कूड़ेदान में फेंक देने का आरोप लगाया है। इस संबंध में आवेदकों द्वारा हजारीबाग उपायुक्त को आवेदन देकर कहा है कि बड़कागांव प्रखंड कार्यालय में पदस्थापित लिपिक देवकी राम वृद्धा पेंशन के कार्य को कर रहा है। वह बड़कागांव प्रखंड में विगत 9 वर्ष से जमा हुआ है। बिना पैसा लिए किसी भी कार्य को नहीं करता है। जो पैसा नहीं देता है उसका कागजात में कई तरह से त्रुटि निकालकर फॉर्म को किनारे कर देता है।
आवेदन में कहा गया है कि 9 वर्ष से इस प्रखंड में कार्यरत होने के कारण क्षेत्र में कई बिचौलियों पाल रखा है। इन्हीं बिचौलियों की मिलीभगत के कारण सीधा आवेदकों से बिना पैसा लिए हुए कोई भी काम नहीं करता है। आवेदक में आशा देवी, रेतनी देवी, मो तस्लीम, बालेश्वर सिंह, शांति देवी, मानिक देवी सभी ग्राम+पोस्ट बड़कागांव ने संयुक्त रुप से आवेदन देकर आरोप लगाया है कि हम लोग फरवरी माह में जाकर वृद्धा पेंशन के लिए आवेदन फॉर्म जमा किया लेकिन अभी तक देवकी राम के द्वारा पेंशन की स्वीकृति नहीं कराया गया।
प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा देवकी राम पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया लेकिन अभी तक ना हम लोग का वृद्धा पेंशन की स्वीकृति हो पाई है ना हीं देवकी राम के खिलाफ कोई कार्रवाई की गई।
2 माह के बाद पुना जब देवकी राम से मिलने गया तो वह बोला कि काम कराना है तो खर्चा करना होगा। आवेदकों ने उपायुक्त से इस आलोक में संज्ञान लेते हुए लिपिक पर कार्रवाई करते हुए वृद्धा पेंशन स्वीकृति देने की मांग की है। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी जितेंद्र कुमार पांडे से पूछे जाने पर बताया गया कि इसकी जानकारी मुझे मिली है मैं जांच करवा रहा हूं लेकिन आवेदन में दिए गए आवेदकों का सही पता चल ही नहीं पा रहा है।
वही सूत्र के अनुसार मिली जानकारी के अनुसार लिपिक देवकी राम की लापरवाही के कारण सैकड़ों बृद्धापेंशन का आवेदन आज भी बड़कागांव प्रखंड कार्यालय में लंबित है जबकि समय से लक्ष्य पूरा नहीं करने के बाद बीते मई-जून में 400 से अधिक बड़कागांव का कोटा जिला कार्यालय द्वारा दूसरे प्रखंड को दे दिया गया।
जानकारी के अनुसार राज्य सरकार द्वारा मार्च माह तक प्रत्येक प्रखंड को शत प्रतिशत वृद्धा पेंशन करने का निर्देश दिया गया था जिसके तहत बड़कागांव को लगभग 2200 सौ लोगों को वृद्धा पेंशन का लाभ दिलाने का लक्ष्य था जो लिपिक देवकी राम की लापरवाही के कारण पूरा नहीं किया जा सका और प्रखंड के सैकड़ों वृद्ध व्यक्तियों को लाभ नहीं मिल पाया जिसके बाद तमाम बंचित वृद्ध व्यक्ति दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। जिसको देखने वाला कोई भी नहीं है।