दिल्ली विधानसभा शीतकालीन सत्र का आज पहला दिन था। पहले ही दिन आप-भाजपा के हंगामे की वजह से सदन कल मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। सदन के स्थगित होने के बाद आप विधायक सदन के बाहर एकत्र होकर एलजी निवास की तरफ कूच कर गए। इस मार्च में सीएम अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी शामिल थे। फिनलैंड में टीचर्स ट्रेनिंग के मुद्दे पर सीएम केजरीवाल ने भी अपने विधायकों के साथ हाथों में तख्तियां ले रखी थी। तख्तियां पर एलजी के विरोध में लिखा था कि, एलजी साहब टीचर्स को फिनलैंड जाने दो।
इसके साथ ही विधायक दिल्ली के टीचर्स की ट्रेनिंग के मुद्दे पर नारे लगा रहे थे। बताया जा रहा है कि, दिल्ली के उपराज्यपाल ने फिनलैंड में प्राथमिक प्रभारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रस्ताव को खारिज नहीं किया है। कोई भी बयान, इसके विपरीत, जानबूझकर भ्रामक और शरारत से प्रेरित है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी विधायकों संग एलजी से मिलने को कहा। पर एलजी ने केजरीवाल की डिमांड को ठुकरा दिया। सिर्फ केजरीवाल और सिसोदिया से मिलने की अनुमति दी।
दिल्ली में शिक्षा क्रांति को रोकने को भाजपा-आप रच रहे साज़िश
दिल्ली के टीचरों को फिनलैंड में ट्रेनिंग के लिए जाने से दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने रोक लगा दी है। दिल्ली एलजी विरोध मार्च में सीएम केजरीवाल ने कहाकि, दिल्ली में शिक्षा क्रांति को रोकने के लिए भाजपा—आप साज़िश रच रहे हैं। दिल्ली को तानाशाही नहीं बल्कि संविधान और जनतंत्र चाहिए। जनता के हक़ के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा |
एलजी साहेब, एक सलाहकार रखें
दिल्ली सीएम केजरीवाल ने कहाकि, एलजी साहेब सुप्रीम कोर्ट के फैसले को नहीं मान रहे और चुनी हुई सरकार के कामकाज में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। मेरी अपील है कि वो संविधान को माने। मैं उन्हें कहूंगा कि वो एक सलाहकार रखें।
स्वतंत्र रूप से कोई फैसला नहीं ले सकते एलजी
दिल्ली एलजी विरोध मार्च में पत्रकारों से वार्ता करते हुए दिल्ली सीएम केजरीवाल ने कहाकि, सुप्रीम कोर्ट कह रहा है कि एलजी स्वतंत्र रूप से कोई फैसला नहीं ले सकते। आज दिल्ली के मुख्यमंत्री और विधायकों को एलजी हाउस सिर्फ इस चीज के लिए जाना पड़ रहा है, क्योंकि वह शिक्षकों को फिनलैंड जाने की मांग कर रहे हैं। ये कोई बड़ी मांग नहीं है। हम उम्मीद करते हैं कि एलजी साहब को गलती का अहसास होगा।
दिल्ली सरकार के हर निर्णय पर एलजी तलवार
दिल्ली सीएम केजरीवाल ने कहाकि, पता नहीं क्यों एलजी साहब दिल्ली सरकार के हर काम में अड़ंगा अड़ रहे हैं। एलजी साहब ने दिल्ली में योगा क्लास रोक दी, इससे उन्हें क्या फायदा। दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक का पेमेंट रुकवा दिया, दिल्ली जल बोर्ड के फंड रुकवा दिए। कोई पेमेंट नहीं होने दिया। बस मार्शल की तीन महीने से पेमेंट नहीं होने दी।
संविधान और सुप्रीम कोर्ट को मानें एलजी
दिल्ली सीएम केजरीवाल ने आगे कहाकि, सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर की कोई वैल्यू नहीं है। एलजी साहब ये सारे काम कैसे रुकवा सकते हैं। मेरी एलजी से अपील है कि संविधान और सुप्रीम कोर्ट को मानें।
एलजी को रोकने की पावर नहीं – मनीष सिसोदिया
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहाकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री चाहते हैं कि दिल्ली के शिक्षक ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड जाएं, तो एलजी को रोकने की पावर नहीं है। उन्हें सुप्रीम कोर्ट और संविधान को मानना चाहिए।