तोपचांची। धनबाद की बेटी दिल्ली के बदनाम आध्यात्मिक विश्वविद्यालय में कैद है। युवती को टीका दिलाने के नाम पर तोपचांची के खेशमी गांव के एक दंपति ने अगवा कर भेज दिया। बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम में कई दिनों से वह बंधक बनी है। घरवाले दिल्ली गए, लेकिन उनसे मिलने तक नहीं दिया गया। पिता ने आश्रम से बेटी को मुक्ति कराने के लिए तोपचांची थाना में किया केस है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस का कहना है कि गांव के राज कुमार महतो और उनकी पत्नी को लेकर पुलिस टीम दिल्ली जाएगी और लड़की को मुक्त कराएगी। इसमें दिल्ली पुलिस की भी मदद ली जाएगी। आध्यात्मिक विश्वविद्यालय की शाखा गोमो के हटिया और भेंड्रा में भी है, जहां लोगों का आना-जाना लगा रहता है। अध्यात्म के नाम पर लड़कियों को बहला फुसलाकर बाहर भेजा जाता है। लड़कियों से गलत काम कराने की भी जानकारी मिली है।
27 दिसंबर को कोरोना का टीका दिलाने ले गये थे दंपति
गोमो के खेसमी गांव के रहने वाले नारायण महतो की 23 वर्षीया पुत्री किरण कुमारी को गांव के दंपति ने टीका दिलाने के नाम पर पहले ओउम शान्ति केंद्र भेण्ड्रा ले गए। फिर बहला फुसलाकर पिछले 27 दिसंबर 2021 को ही दिल्ली ले जाया गया। जहां पर ओम शान्ति केंद्र यानी आध्यात्मिक विशविद्यालय नामक संस्था में उक्त युवती किरण कुमारी को बंदी बनाकर रखा गया है। परिजनों के अनुसार जब वे किरण अपनी बेटी को लाने दिल्ली गए थे तो उक्त संस्था के लोगो ने उन्हें अपनी बेटी से मिलने तक नहीं दिया। किसी तरह परिजनों ने झारखण्ड के एक मंत्री के हस्तक्षेप से उक्त संस्था तक पहुंचे। दिल्ली के जिस इलाके में उक्त संस्था है, वहां की पुलिस को भी साथ ले गए तो संस्था वालो ने सैंकड़ो तालों में बंद युवती को सिर्फ उसके छोटे भाई से मिलने दिया। वह भी दस मीटर की दूरी से ही परिजनों ने किरण को देखा। परिजनों ने संस्था वालों से कहा की हम अपनी बेटी को ले जाना चाहते है तो वे लोग कहने लगे कि जो एक बार यहां आता है, वापस नहीं जाता। सभी परिजनों और थाना की पुलिस को वहां से भगा दिया गया।
बाबा के आश्रम से मुक्त कराई गयी थी 40 लडकियां
सीबीआई ने इससे पहले फरवरी 2018 में भी वीरेंद्र दीक्षित के खिलाफ एक लुकआउट सर्कुलर जारी किया था। पिछले साल दिसंबर में दिल्ली पुलिस ने महिला आयोग के साथ वीरेंद्र देव के आश्रम में छापा मारा था। वहां से 40 लड़कियों को छुड़वाया था। उस दौरान कुछ अभिभावकों ने पुलिस के पास शिकायत की थी कि आश्रम में उनकी नाबालिग लड़कियों को जबरन रखा गया है। इधर तोपचांची पुलिस ने दंपति के खिलाफ बहला फुसलाकर अपहरण के ले जाने और उसे कैद कर रखने का मामला दर्ज किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गोमो इलाके से लगभग आठ कुंवारी लड़कियों को दिल्ली के आश्रम में रखा गया है। मगर उन लड़कियों के परिजन न जाने किस दवाब में चुप है वही जाने। शायद ये खबर चलने के बाद और भी परिजन सामने आ सकेंगे। इस तरह से धर्म की आड़ में लड़कियों की तस्करी करने वाले अध्यात्म गुरुओ की पोल खुल सकेगी
वीरेंद्र देव दीक्षित के खिलाफ इंटरपोल ने जारी किया है रेड कॉर्नर नोटिस
सूत्रों के अनुसार इंटरपोल ने आश्रम के संचालक वीरेंद्र देव दीक्षित के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है। दिल्ली के रोहिणी स्थित आश्रम में नाबालिग लड़कियों को बंदी बनाकर यौन शोषण करने वाले स्वयंभू बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित को दिल्ली पुलिस लंबे समय से तलाश कर रही है। पुलिस को आशंका है कि 79 वर्षीय बाबा अभी नेपाल में छिपा है। पुलिस ने उसके ऊपर पांच लाख का इनाम भी घोषित किया है। सीबीआई ने अब इस शातिर को पकड़ने के लिए इंटरपोल की मदद ली है। दिल्ली पुलिस के पास जून 2017 में दो शिकायतें आईं थी। जिनमें बाबा के काले कारनामों का जिक्र था। बाबा ने रोहिणी इलाके में किलानुमा एक आश्रम बना रखा था, जहां वह नाबालिग लड़कियों को बंदी बनाकर रखता था। शिकायतकर्ता ने उत्तरी दिल्ली के विजय विहार इलाके में स्थित आध्यात्मिक विश्वविद्यालय में अपने साथ हुए यौन शोषण का मामला पुलिस अधिकारियों को बताया। दिल्ली पुलिस ने जांच के बाद स्वयंभू बाबा के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की। उधर कार्रवाई की भनक लगते ही वह फरार हो गया। पुलिस ने उसे कई राज्यों में तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला।