बडकागांव(आवाज)। अपने ही बेटे बहू के द्वारा बुजुर्ग दंपति को कोर्ट और थाने का चक्कर कटवाया जा रहा है। बड़कागांव प्रखंड के ग्राम पंचायत सीकरी में प्रताड़ित माता-पिता की यह दास्तान है। वर्ष 2014 में ग्राम पंचायत सिकरी के अजगैबूल अंसारी के बड़े पुत्र मोहम्मद सुल्तान अंसारी का विवाह ग्राम मरहेता, पोस्ट चंदवारा, थाना मुफस्सिल, जिला हजारीबाग, के शमसुद्दीन अंसारी की पुत्री हिना अंजुम के साथ हुआ था।
कुछ वर्षों तक तो घर परिवार के साथ अच्छा रिश्ता रहा। लेकिन हिना अंजुम पति सुल्तान अंसारी ने वर्ष 2019 में अपने बच्चे को पढ़ाने लिखाने के लिए अपने मायके मरहेता में दोनों पति पत्नी शिफ्ट कर गई ।इसके बाद पुत्र सुल्तान अंसारी के द्वारा अपने ससुर शमसुद्दीन अंसारी और सास सलमा खातून के बहकावे में आकर वर्ष 2021 में प्रॉपर्टी की हिस्सेदारी को लेकर अपने माता- पिता भाई बहन बहनोई के ऊपर कई प्रकार का मामला न्यायालय में एवं स्थानीय थाने दर्ज करवाया गया।
जबकि वर्ष 2019 से लेकर अभी तक यह दोनों पति- पत्नी अपने ससुराल मरहेता में रह रहे हैं। मामला इतना बढ़ गया की महापंचायत की गई और जो भी समान हिना अंजुम के माईके से दहेज दिया गया था। दहेज का लिस्ट के अनुसार एक एक समान को स्थानीय पुलिस प्रशासन, स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि कृष्णा सिंह एवं अन्य गणमान्य ग्रामीणों की उपस्थिति में अजगैबुल अंसारी को वापस करना पड़ा।
जबकि आजगैबूल अंसारी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि हमारा क्या है जो भी है बेटा बहू का है मेरे बेटे के ससुराल में जो भी समान दहेज स्वरूप में मिला हुआ है हमें देने में कोई आपत्ति नहीं है और मैं स्वेच्छा से दे रहा हूँ। हमें सिर्फ दुख इस बात का है कि इतना अपमानित करके मेरे बेटे बहू के द्वारा ही सारे ग्रामीणों की उपस्थिति में एवं पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में उन्हें जलील किया गया।इसलिए अपने बड़े बेटे सुल्तान अंसारी और बहू हिना अंजुम को अपने घर मकान और प्रॉपर्टी से बेदखल करता हूं। क्योंकि जिंदगी के इस अंतिम पड़ाव में भी मैं मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा हूं जबकि हमारी पत्नी बराबर बीमार रहती है।