AJSU के उपाध्यक्ष और लोहरदगा के पूर्व विधायक कमल किशोर भगत का शव शुक्रवार को संदेहास्पद स्थिति में बरामद किया गया. चचेरे भाई अजीत टाना भगत ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से वे बीमार चल रहे थे। रात में सभी साथ में खाना खाए थे। खाना खाकर वे अच्छी तरह बातचीत कर के अपने कमरे में सोए थे। उन्होंने बताया कि सुबह 9 बजे हर रोज की तरह जब उन्होंने कमरा खुलवाया तो वे कमरा नहीं खोले। आखिर में पैर से धक्का मार कर दरवाजा खोला।
अंदर कमल किशोर भगत और बगल में उनकी पत्नी व नीरू शांति भगत बेसुध पड़ी थी। आनन-फानन में दोनों लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टर ने कमल किशोर भगत को मृत घोषित कर दिया।पार्टी के विधायक लंबोदर महतो ने कहा कि कमल किशोर भगत की मौत AJSU के साथ पूरे झारखंड के लिए बड़ी क्षति है।
राज्य के सृजन में उनका बड़ा योगदान है।पूर्व विधायक कमल किशोर भगत ने अपनी सुरक्षा बढ़ाने को लेकर 7 दिसंबर 2020 को DGP को पत्र लिखा था। तब उन्होंने कहा था कि उनकी जान का खतरा है। कोई उन्हें जान से मारने की साजिश रच रहा है। उन्होंने कहा है कि उनके लोहरदगा स्थित आवास की कुछ दिनों से काले रंग की स्कॉर्पियो से रेकी की जा रही है।