रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों की वार्ता के बीच राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन यूक्रेन पर बड़ा हमला करने की तैयारी कर रहे हैं। सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि यूक्रेन की राजधानी कीव की तरफ रूस की विशाल सेना आगे बढ़ रही है। कीव के उत्तर में 64 किमी लंबा रूसी सैन्य काफिला मौजूद है। माना जा रहा है कि कड़ा प्रतिरोध कर रहे यूक्रेन की सेना और वहां के लोगों को रूस बड़ा सबक सिखाने के मूड़ में है।
अमेरिकी कंपनी मैक्सार ने सोमवार को जानकारी दी है कि पुतिन की सेना कितने खतरनाक तेवर अख्तियार कर रही है। मैक्सार की सैटेलाइट तस्वीरों में नजर आ रहा है कि कीव के बाहरी क्षेत्रों में पहुंचे काफिले की लंबाई पहले की तुलना में अधिक है। मीडिया से बातचीत में कंपनी ने कहा था कि विशाल सैन्य काफिले में बख्तरबंद हथियार, तोपें समेत कई अन्य वाहन शामिल हैं। कंपनी ने कहा कि तस्वीरें बता रही हैं कि काफिला एंटोनोव एयरबेस से लेकर प्रिबर्स्क के उत्तर तक मौजूद था।
तस्वीरों से लग रहा है कि रूसी सैनिक यूक्रेन पर कई मोर्चों पर हमला कर रहे हैं और कीव की तरफ आगे बढ़ रहे हैं। काफिले में सैकड़ों बख्तरबंद गाड़ियां हैं। इसमें कई टैंक हैं। हथियारों से लैस ट्रकों में तबाही का सामान लदा है। ये लश्कर कीव से सिर्फ 25 किलोमीटर दूर है। यानि तबाही का पूरा सामान इसमें है।
खास बात है कि रूस ने द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद जमीन पर सबसे बड़ी लड़ाई छेड़ रखी है लेकिन उसे अप्रत्याशित कड़े विरोध से जूझना पड़ रहा है। कीव में सोमवार को शांति रही लेकिन पूर्वी यूक्रेन के शहरों में धमाकों एवं गोलीबारी सुनाई दी। दहशत के मारे यूक्रेनी परिवार आश्रयों व बेसमेंट में सिमटे रहे। सेना की तादाद के मामले में यूक्रेन रूस से काफी पीछे है लेकिन आत्मविश्वास के मसले पर जेलेंस्की बहुत आगे हैं। वो लगातार रूस की सेना का मुकाबला करने की बात कह रहे हैं।
लेकिन पुतिन भी यूक्रेन की मौजूदा सरकार को हटाकर अपनी पसंदीदा शासन वहां थोपने की फिराक में हैं। वो किसी भी सूरत में पीछे हटते नहीं दिख रहे। अमेरिका समेत दुनिया के तमाम देश उन्हें बार-बार चेतावनी दे रहे हैं पर रूस पर इनका कोई असर होता नहीं दिख रहा। रूस किसी भी तरह से यूक्रेन की हिम्मत तोड़ना चाहता है। इसकी एक बानगी बीते दिन तब दिखी जब उसने दुनिया के सबसे बड़े मालवाहक विमान मिरिया को निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया।