दिल्ली और एनसीआर में लगातार बारिश के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जहां दिल्ली में जलभराव की स्थिति के बीच सड़क पर जाम देखने को मिला तो वहीं फरीदाबाद और नोएडा जैसे शहरों में कक्षा 8 तक स्कूलों को बंद करने का निर्देश जारी किया गया है। मौसम विभाग की तरफ से शुक्रवार(23 सितंबर) को भी भारी बारिश को लेकर आगाह किया गया है।
इसके अलावा गुरुग्राम में ऑफिस जाने वालों को घर से काम करने की सलाह दी गई है। गुरुग्राम में लगातार बारिश के कारण भीषण जलजमाव के बीच दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर भीषण जाम की स्थिति देखने को मिली। ऐसे में पुलिस को ट्विटर पर लोगों से अनुरोध करना पड़ा कि वे घरों से बाहर बेहद जरूरी काम होने पर ही निकलें। दूसरी तरफ यूपी में कई दिनों से लगातार जारी बारिश से अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है।
जहां देश के कई राज्यों में बारिश ने कोहराम मचाया हुआ है वहीं मणिपुर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। 23 सितंबर को मोइरांग से 100 किलोमीटर साउथ ईस्ट में सुबह 10 बजे के आसपास भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 4.5 रही। समाचार एजेंसी एएनआई ने नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के हवाले से यह जानकारी दी है। फिलहाल इसमें किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है।
यूपी में इन शहरों में अलर्ट जारी:
एनसीआर और उत्तर प्रदेश के नोएडा, अलीगढ़, कानपुर, सीतापुर, लखनऊ, बहराइच जैसे जिलों भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। बता दें कि बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से यह फैसला लिया गया है।
इससे पहले यूपी केइटावा में 21 सितंबर की रात एक मकान की दीवार ढह जाने से एक ही परिवार के चार भाई बहनों की मौत हो गई। अलीगढ़ प्रशासन ने दो दिनों के लिए स्कूलों को बंद करने के आदेश दिये हैं। उत्तराखंड में पहाड़ दरकने से कई हाइवे बंद हो गये। मध्य प्रदेश के शहडोल संभाग के अनूपपुर में भारी बारिश की वजह से बड़ा हादसा होते-होते बचा। वहां सोन नदी पर पुल नहीं होने की वजह से बच्चे नाव से उस पार स्कूल जा रहे थे, बीच में नाव पलट गई। हालांकि सभी बच्चे सुरक्षित बच गये।
कर्मचारियों को घर से काम करने की सलाह
हरियाणा के गुरुग्राम में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Disaster Management Authority) ने 23 सितंबर को भारी बारिश के मद्देनजर, जिले के सभी कॉर्पोरेट कार्यालयों और निजी संस्थानों को अपने कर्मचारियों को घर से काम करने के लिए निर्देश देने की सलाह दी है। ऐसा करना जगह-जगह मरम्मत कार्य चलने तथा यातायात नियंत्रण और व्यवस्था संचालन के लिए जरूरी है।
दिल्ली-एनसीआर में तेज गर्मी और उमस से बुरी तरह परेशान लोगों को इस बारिश से राहत तो मिली, लेकिन भारी जलभराव होने और जगह-जगह जाम लगने से मुसीबत भी खूब हुई। गुरुवार को पूरे दिन बारिश का सिलसिला जारी रहा। जाम को खुलवाने और आवागमन सुचारू रखने में पुलिस प्रशासन को कड़ी मेहनत करनी पड़ी। कई रास्तों में दो पहिया वाहन के इंजन में पानी भर जाने से लोगों को उसे घसीट कर पैदल ही ले जाना पड़ा। सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूल से लौट रहे बच्चों को हुई। जगह-जगह जाम से बच्चों के घर पहुंचने में परेशानी हुई।
गुरुग्राम पुलिस के मुताबिक, जलभराव की वजह से दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग, सिग्नेचर टॉवर फ्लाइओवर, हीरो होंडा चौक पर गाड़ियों की रफ्तार धीमी रही। जलभराव की वजह से मेफिल्ड गार्डन, बेसाई चौक, एआईटी चौक, एटलस चौक, सीआरपीएफ चौक और सेक्टर 10-ए में परेशानी हुई।
गुरुग्राम में हालात संभालने के लिए एक हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को ड्यूटी पर लगाया गया
गुरुवार सुबह बारिश शुरू होने के बाद से ही एक हजार से ज्यादा पुलिस कर्मियों को शहर भर में तैनात किया गया। जिला प्रशासन के मुताबिक, गुरुग्राम में गुरुवार को 54 मिमी बारिश दर्ज की गई है जबकि वज़ीराबाद में 60 मिमी वर्षा हुई है। शाम पांच बजे तक मानेसर में 50 मिमी, सोहना में 43 मिमी, हरसर में 54 मिमी, बादशाहपुर में 30 मिमी, पटौदी में 20 मिमी और फर्रुखनगर में 29 मिमी बारिश दर्ज की गई।
उत्तराखंड में मकान ढहने से महिला की मौत
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के चिन्यालीसौड़ में भारी बारिश के दौरान एक मकान ढह गया और उसके मलबे में दबकर एक महिला की मृत्यु हो गयी। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने गुरुवार को बताया कि घटना बुधवार देर रात कुमराडा गांव के मुंडारा नामे तोक में हुई, जहां पत्थर से बना एक मंजिला मकान ढह गया। उन्होंने बताया कि मकान के मलबे में दबने से भट्टू देवी (60) की मृत्यु हो गयी। इसके अलावा कई जगह पहाड़ दरकने से कई हाईवे बंद हो गये।