केंद्र सरकार ने गुजरात दंगों पर बीबीसी (BBC)की डॉक्यूमेंट्री को ‘प्रोपेगेंडा का हिस्सा’ बताया है और कहा है कि वह ऐसी फिल्म का ‘महिमामंडन’ नहीं कर सकती। सरकार की ओर से कहा गया कि प्रधानमंत्री पर बीबीसी की डॉक्यूमेंटी दुष्प्रचार, पक्षपाती और औपनिवेशक मानसिकता को दर्शाती है। हम नहीं जानते कि इसके पीछे का एजेंडा क्या है? वहीं ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने पीएम मोदी पर बनी बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर एतराज जताया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार (19 जनवरी, 2023) को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हाल ही में प्रसारित बीबीसी डॉक्यूमेंट्री, दुष्प्रचार का हिस्सा है, जो साल 2002 के गुजरात दंगों के दौरान उनके लीडरशिप पर सवाल खड़ा करती है। जिसमें हजारों लोग मारे गए थे।
अरिंदम बागची ने कहा कि हमें लगता है कि यह एक प्रोपोगेंडा का हिस्सा है। इसकी कोई वस्तुनिष्ठता नहीं है, यह पक्षपातपूर्ण है। ध्यान दें कि इसे भारत में प्रदर्शित नहीं किया गया है। BBC की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बनी डॉक्यूमेंट्री का पहला एपीसोड मंगलवार को प्रसारित किया गया था, जबकि सीरीज का दूसरा पार्ट अगले सप्ताह 24 जनवरी को प्रसारित किया जाएगा।
बीबीसी ने ‘India: The Modi Question’ नाम से दो पार्ट में डॉक्यूमेंट्री रिलीज की
बीबीसी ने ‘India: The Modi Question’ नाम से दो पार्ट में एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज की है। इस डॉक्यूमेंट्री को कथित रूप से यूट्यूब पर भी रिलीज किया गया था, लेकिन विवादों की वजह से यूट्यूब से इसे हटा दिया गया है। सीरीज के डिस्क्रिप्शन में कहा गया है, ‘भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत के मुस्लिम अल्पसंख्यक के बीच तनाव पर एक नजर, 2002 के दंगों में उनकी भूमिका के बारे में दावों की जांच, जिसमें हजारों लोग मारे गए।’
बिट्रेन ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की कड़ी आलोचना की
वहीं ब्रिटेन के पीएम ऋषि सनक ने गुजरात 2002 के सांप्रदायिक दंगों पर बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर पीएम मोदी का बचाव किया है। यूके हाउस ऑफ लॉर्ड्स के एक सदस्य लॉर्ड रामी रेंजर ने भी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को पक्षपातपूर्ण बताया है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘बीबीसी आपने एक लोकतांत्रिक रूप से चुने गए भारत के प्रधानमंत्री, भारतीय पुलिस और भारतीय ज्यूडिशियरी को ठेस पहुंचाई है और करोड़ों भारतीय की भावनाओं को आहत किया है। हम दंगों और इसमें जो जानें गईं उसकी आलोचना करते हैं और हम आपके पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग की भी आलोचना करते हैं।’
पीएम मोदी को 2002 के गुजरात दंगा केस में मिल चुकी क्लीन चिट
बता दें, 2002 के गुजरात दंगे को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी एक कमेटी का गठन किया था। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि नरेंद्र मोदी का दंगों में कोई हाथ नहीं था। इस मामले में गंठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने पीएम मोदी को क्लीन चिट दे दी थी।