महाराष्ट्र में ईडी (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने शिवसेना सांसद संजय राउत की अलीबाग की 8 संपत्तियां और मुंबई के दादर में एक फ्लैट जब्त की है.
मुंबई के गोरेगांव में प्रवीण राउत द्वारा किए गए पात्रा चॉल भूमि घोटाले के मामले में यह कार्रवाई की गई है. गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन एंड प्राइवेट लिमिटेड नाम से प्रवीण राउत की कंपनी से संबंधित गोरेगांव पात्रा चाल भूमि घोटाला मामले में कार्रवाई की गई है. 11 करोड़ की जब्त की जमीन में से 9 करोड़ की प्रॉपर्टी प्रवीण राउत के नाम और 2 करोड़ की प्रॉपर्टी संजय राउत की पत्नी और बेटी के नाम पर है.
2018 के इस घोटाले की शिकायत प्रवीण राउत के आशीष कंस्ट्रक्शंस, राकेश वाधवान और सारंग वाधवान के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई थी. ईडी का यह मानना है कि इस घोटाले से प्राप्त की गई रकम से संजय राउत को फायदा हुआ है. उन्होंने इसी घोटाले के पैसे से ये संपत्तियां अर्जित की हैं.
संजय राउत ने इस मुद्दे पर खास तौर से बात करते हुए कहा ‘ 2009 में हमने अपनी मेहनत की कमाई से जो प्रॉपर्टी ली, उसे जब्त की गई है. हमसे पूछताछ नहीं की गई. ठीक से जांच नहीं की गई. मेरी पत्नी के अधिकृत पैसे से ली गई संपत्ति है. एक रुपया भी मनी लॉन्ड्रिंग अगर सिद्ध हुआ तो मैं सारी प्रॉपर्टी बीजेपी को दान करने को तैयार हूं. जो अलीबाग में ईडी ने जब्त की है, वो एक एकड़ की भी जमीन नहीं है. मराठी माणूस के हक का फ्लैट दादर में जब्त किया गया है. यह सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक साजिश और बदले की कार्रवाई है. बीजेपी के लोग पटाखे छोड़ रहे हैं. ‘
संजय राउत ने कहा कि जिस फ्लैट में हमारा परिवार रह रहा है, वो टू रुम किचन का फ्लैट जब्त किया गया है. संजय राउत ने इसके बाद एक ट्वीट भी किया है. ट्वीट में उन्होंने लिखा है ‘असत्यमेव जयते’. संजय राउत ने ईडी के कुछ अधिकारियों पर वसूली करने का आरोप लगाया था. आज ही यह खबर आई कि उनकी मांग पर मुंबई पुलिस ने ईडी अधिकारियों के भ्रष्टाचार की जांच के लिए एसआईटी टीम गठित की है. इन सब पृष्ठभूमियों के बीच ईडी ने संजय राउत के अलिबाग में आठ प्लॉट और दादर में एक फ्लैट जब्त कर लिया.
‘महाराष्ट्र सरकार गिराने में मदद करने से किया इनकार, इसलिए मुझ पर किया गया वार’
संजय राउत ने यह बात फिर दोहराई कि उन्हें कुछ महीने पहले महाराष्ट्र की सरकार गिराने में मदद करने को कहा गया था. ऐसा करने से उन्होंने इनकार कर दिया था. इसीलिए आज यह कार्रवाई हुई है. आज मुंबई पुलिस ने उनके भ्रष्टाचार की जांच के लिए एसआईटी गठित की है और आज मेरी संपत्तियों पर कार्रवाई हो गई.
इस संयोग को समझने की जरूरत है. संजय राउत ने कहा कि वे किसी के बाप से नहीं डरते. कभी ना कभी इन सब चीजों का हिसाब उनको देना पड़ेगा. जिस घर में मैं रहता हूं वो छोटा सा घर है. जो मेरा नेटिव प्लेस है. अलीबाग है वहां एक एकड़ भी जमीन नहीं है. कौन सा मनी लॉन्ड्रिंग भाई? मैंने राज्यसभा के चेयरमैन को पहले ही पत्र लिख कर यह आगाह किया था कि मुझ पर महाराष्ट्र की सरकार को गिराने का दबाव डाला जा रहा है.
बीजेपी नेता किरीट सोमैया की प्रतिक्रिया
बीजेपी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने इस मुद्दे पर कहा, ‘ईडी ने संजय राउत की करोड़ों की प्रॉपर्टी जब्त की है. संजय राउत और प्रवीण राउत पारिवारिक मित्र हैं. दोनों की पत्तियों में आर्थिक लेन-देन सिद्ध हुआ है. मुंबई के गोरेगांव में एक हजार अडतालिस करोड़ का घोटाला हुआ. इसमें एचडीआईएल बैंक का पैसा आया. प्रवीण राउत उस घोटाले का मुख्य आरोपी था.
उस घोटाले के पैसे से ये जमीन और दादर में फ्लैट लिया गया. संजय राउत को लोन दिए जाने के रुप में पैसे दिखाए गए. लगभग आठ महीने पहले जब ईडी ने उन्हें इसी संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया था तो संजय राउत ने प्रवीण राउत को 55 लाख रुपए चेक से लौटा दिए. प्रवीण राउत जेल में जा रहा है और उसे ये पैसे लौटा रहे हैं. वो पैसा जो अकाउंट में सीधे तरीके से लोन के नाम पर प्रवीण राउत के पास से आया, उसे संजय राउत ने लौटाया. सवाल है कि ऐसे कितने लेन-देन संजय राउत के प्रवीण राउत से कैश में हुए होंगे. होटलों का खर्चा हुआ होगा. कई दूसरे रूपों में हुआ