प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के एक मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी से पहले ईडी ने उनसे 12 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को ईडी उन्हें कोर्ट में पेश करेगी।
देशमुख, सोमवार को करीब दोपहर 12 बजे ईडी कार्यालय पहुंचे थे। उनसे रात 12 बजे से अधिक समय तक ईडी कार्यालय में पूछताछ होती रही। इंडियन एक्सप्रेस को आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रात लगभग 1.30 बजे, 71 वर्षीय अनिल देशमुख को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया। इससे पहले दिन में, ईडी के अतिरिक्त निदेशक सहित अधिकारियों की एक टीम ने देशमुख का बयान दर्ज करने के लिए दिल्ली से आई थी।
देशमुख इससे पहले ईडी के कम से कम पांच समन में शामिल नहीं हुए थे। इन समन को रद्द करने के लिए वो बंबई हाईकोर्ट भी चले गए थे। ईडी के सामने पेश होने से पहले सोमवार को अनिल देशमुख ने एक वीडियो जारी कर कहा कि वो जांच में सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा- “मुझे ईडी का समन मिला है और मीडिया ने गलत तरीके से रिपोर्ट किया है कि मैं जांच में सहयोग नहीं कर रहा हूं। प्रत्येक समन के बाद, मैंने ईडी को सूचित किया कि मेरी याचिका कोर्ट में लंबित है। मैं फैसला आते ही ईडी के समक्ष खुद को पेश कर दूंगा। मेरे स्टाफ और मेरे परिवार ने तलाशी के दौरान हमेशा ईडी का सहयोग किया है। मैंने सीबीआई के पास अपने बयान भी दर्ज किए हैं। आज मैं ईडी के सामने पेश हो रहा हूं”।
आगे उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने उनके खिलाफ आधारहीन आरोप लगाए हैं। ये बेईमान लोग खुद ही जबरन वसूली और यहां तक कि हत्या के कई रैकेट में शामिल हैं। पुलिस आयुक्त का उच्च पद संभालने वाला प्रमुख व्यक्ति अब वांटेड फरार अपराधी है। 29 अक्टूबर को हाईकोर्ट ने देशमुख के खिलाफ ईडी के समन को रद्द करने से इनकार कर दिया और उन्हें एजेंसी के सामने पेश होने का निर्देश दिया था।
ईडी ने आरोप लगाया है कि देशमुख ने गृहमंत्री के रूप में कार्य करते हुए, सचिन वाजे के जरिए “विभिन्न बार मालिकों से लगभग 4.7 करोड़ रुपये अवैध रूप से प्राप्त किया है”। ईडी के अनुसार, इसमें से लगभग 4.18 करोड़ रुपये तब दिल्ली की चार शेल कंपनियों के पास नकद में जमा किए गए थे। इन फर्मों ने बाद में अनिल देशमुख और उनके परिवार की अध्यक्षता वाले एक धर्मार्थ ट्रस्ट, श्री साईं शिक्षण संस्थान ट्रस्ट को पूरा पैसा दान कर दिया।