प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक को दाऊद इब्राहिम मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया है। इसके पहले, ईडी ने नवाब मलिक को इस केस के सिलसिले में तलब किया था। कई घंटे की पूछताछ के बाद नवाब मलिक को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, गिरफ्तारी के बाद नवाब मलिक ने कहा कि वे न झुकेंगे और न हार मानेंगे।
नवाब मलिक ने कहा कि वे डरेंगे नहीं बल्कि लड़ेंगे और जीतेंगे। न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि नवाब मलिक पूछताछ के दौरान सहयोग नहीं कर रहे थे। एनसीपी नेता को प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय से बाहर लाया गया, इसके बाद उन्हें मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया है।
वहीं, नवाब मलिक की गिरफ्तारी की खबर सामने आते ही एनसीपी के कार्यकर्ता मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय के बाहर इकट्ठा होने लगे। महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद कार्यकर्ताओं ने उनके समर्थन में नारेबाजी की।
जानकारी के मुताबिक, ईडी ने आज नवाब मलिक से पूछताछ की थी। ईडी के अधिकारी सुबह 6 बजे नवाब मलिक के आवास पर पहुंचे थे जहां पर उनसे करीब एक घंटे तक पूछताछ की गई। इसके बाद अधिकारी नवाब मलिक को अपने साथ ईडी कार्यालय ले गए, जहां पर सुबह 8:30 बजे से उनसे पूछताछ की जा रही थी।
ईडी ने पूछताछ के लिए नवाब मलिक को किया था तलब
प्रवर्तन निदेशालय ने अंडरवर्ल्ड से कथित संबंधों वाली एक संपत्ति के सिलसिले में नवाब मलिक को तलब किया था। अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों, संपत्ति की अवैध रूप से कथित खरीद-फरोख्त और हवाला लेनदेन के संबंध में ईडी ने पिछले दिनों मुंबई में छापेमारी की थी। इस सिलसिले में ईडी ने नया केस दर्ज किया था। इसके बाद इस मामले में मलिक से भी पूछताछ की गई।
प्रवर्तन निदेशालय ने कई ठिकानों पर छापेमारी की थी जिसमें 1993 के बम धमाके के मुख्य साजिशकर्ता दाऊद इब्राहिम की दिवंगत बहन हसीना पार्कर, भाई इकबाल कासकर और छोटा शकील के रिश्तेदार सलीम कुरैशी उर्फ सलीम फ्रूट के ठिकाने भी शामिल हैं।