यूक्रेन (Ukraine) पर रूस (Russia) के हमले ने दुनियाभर के देशों को चिंता में डाल दिया है. अमेरिका और पश्चिमी देशों ने रूस के इस कदम की कड़ी निंदा की है. यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच NATO के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग (Jens Stoltenberg) ने कहा है कि अगर रूस ने इसी तरह से यूक्रेन पर हमला जारी रखा तो उसके हमले का जवाब देने के लिए हमने 100 से अधिक लड़ाकू विमानों को हाई अलर्ट पर रखा है. जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा, हमारे पास अपने हवाई क्षेत्र की रक्षा करने के लिए 100 से अधिक लड़ाकू विमान और भूमध्य सागर तक समुद्र में 120 से अधिक युद्धपोत हाई अलर्ट पर हैं.
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद ये जरूरी हो गया है कि नाटो से जुड़े सभी देश रूस को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाएं. उन्होंने कहा कि यूक्रेन पर रूसी सेना की ओर से किए जा रहे हमले के बीच कल नाटो नेताओं की बैठक होगी. इस बैठक में व्लादिमीर पुतिन को रोकने के लिए रणनीति बनाई जाएगी. नाटो महासचिव ने रूसी राष्ट्रपति से सैन्य कार्रवाई को तुरंत बंद करने और यूक्रेन से हटने की अपील करते हुए कहा कि लोकतंत्र हमेशा निरंकुशता पर हावी रहेगा. दमन पर हमेशा स्वतंत्रता की जीत होगी.
उन्होंने कहा कि यूक्रेन में जिस तरह के हालात बने हुए हैं उसके बाद नाटो यूक्रेन के साथ पूरी ताकत और एकजुटता के साथ खड़ा है. नाटो के सभी सदस्य देश के साथ ही यूरोपीय संघ भी रूस पर कड़े प्रतिबंध लगा रहे हैं. हम सभी देश यूक्रेन के साथ खड़े है. हम अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था इस तरह के उल्लंघनों को कभी भी स्वीकार नहीं करेंगे.