वाराणसी कोर्ट में नई याचिका दाखिल, कमिश्नर पद से हटाए गए अजय मिश्रा को बहाल करने की मांग

311 0

उत्तर प्रदेश  में वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे के मामले में आज वाराणसी कोर्ट में अजय मिश्रा के साथी अधिवक्ता ने नई अर्जी दाखिल की है. इस अर्जी में उन्होंने अजय मिश्रा (Ajay Mishra) को बहाल करने की मांग की है. साथ ही कहा है कि 6 और 7 मई को जो सर्वे हुआ था, वह सर्वे अकेले अजय मिश्रा के कोर्ट कमिश्नर पद पर रहते हुए किया गया था. इसलिए 6 और 7 की रिपोर्ट अजय मिश्रा को पेश करने की अनुमति दी जाए.कल अदालत ने ज्ञानवापी मस्जिद मामले की सुनवाई करते हुए अजय मिश्रा को एडवोकेट कमिश्नर के पद से हटा दिया था.

ज्ञानवापी परिसर में वीडियोग्राफी-सर्वे के लिए एडवोकेट कमिश्नर (अधिवक्ता आयुक्त) नियुक्त किये गए अजय मिश्रा को उनके एक सहयोगी की ओर से मीडिया में खबरें लीक करने के आरोप में अदालत ने पद से हटाया था. अब दोनों एप्लिकेशन पर सुनवाई के लिए सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत की तरफ से 19 मई की तारीख तय की गई है. अदालत ने अपने आदेश की आखिरी लाइन में कल ज्ञानवापी परिसर की सर्वे रिपोर्ट भी दाखिल करने को कहा है.

मेरा साथ धोखा हुआ है, मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी- अजय मिश्रा

पद ये हटाए जाने के बाद अजय मिश्रा ने अपनी सफाई में कहा कि उनके साथ धोखा हुआ है और जो भी हुआ, उन्हें उसकी उम्मीद नहीं थी. उन्होंने कहा, ;मैंने जिस फोटोग्राफर को रखा, उसने धोखा दिया है। मैंने जिस पर विश्वास किया, उससे मुझे धोखा मिला। इसमें मैं क्या कर सकता हूं

विशेष अधिवक्ता आयुक्त विशाल सिंह ने उन पर असहयोग का आरोप लगाया है, इस पर मिश्रा ने कहा, हो सकता है कि उनको लगा होगा. मेरे हिसाब से मैंने कोई असहयोग नहीं किया.

मिश्रा ने कहा आयोग की कार्यवाही विशाल सिंह के ही निर्देशन में हुई. अब विशाल जी का हृदय ही जानेगा और मेरा हृदय जानेगा कि मैंने उनका सहयोग किया है या नहीं. दरअसल, ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी परिसर की वीडियोग्राफी सर्वे के काम के लिए अदालत की ओर से नियुक्त विशेष अधिवक्ता आयुक्त विशाल सिंह ने अदालत में प्रार्थना पत्र देकर अधिवक्ता आयुक्त अजय कुमार मिश्रा और सहायक अधिवक्ता आयुक्त अजय प्रताप सिंह पर आयोग की कार्यवाही में सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया था. विशाल सिंह ने अदालत के सामने कहा था, अधिवक्ता आयुक्त अजय मिश्रा ने एक निजी कैमरामैन आरपी सिंह को वीडियोग्राफी सर्वे के लिए रखा था, जो मीडिया में लगातार गलत बयान दे रहे थे. इसीलिए सिंह को कल आयोग की कार्यवाही से अलग रखा गया था.

जब कोई अधिवक्ता एडवोकेट कमिश्नर के रूप में नियुक्त किया जाता है, तब उसकी स्थिति एक लोक सेवक की होती है और उससे यह अपेक्षा की जाती है कि वह कमीशन की कार्यवाही का संपादन पूरी निष्पक्षता और ईमानदारी से करेगा, जबकि अजय मिश्रा ने अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन बेहद गैर जिम्मेदाराना तरीके से किया.

अदालत ने दिए थे तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश

अदालत ने विशाल सिंह के प्रार्थना पत्र को निस्तारित करते हुए अधिवक्ता आयुक्त अजय कुमार मिश्रा को तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश दिए. अदालत ने कहा,विवेचना से यह स्पष्ट हो चुका है कि अधिवक्ता आयुक्त अजय कुमार मिश्रा द्वारा जो निजी कैमरामैन रखा गया था, उसने मीडिया में बराबर बाइट दी जो कि न्यायिक मर्यादा के सर्वाधिक प्रतिकूल है.अदालत ने साथ ही कहा कि विशाल सिंह ही 12 मई के बाद की आयोग की पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट खुद दाखिल करेंगे और सहायक अधिवक्ता आयुक्त अजय प्रताप सिंह, विशाल सिंह के निर्देशन में ही काम करेंगे और स्वतंत्र रूप से कुछ भी नहीं कर सकेंगे.

अदालत ने सर्वे रिपोर्ट दाखिल करने के लिये दो और दिन का समय दिया है, क्योंकि इलाके के नक्शे बनाने में कुछ समय लग रहा है. ऐसे में संभव है कि सर्वे रिपोर्ट 19 मई को अदालत में पेश की जाए. पहले यह रिपोर्ट 17 मई को ही पेश की जानी थी. मुस्लिम पक्ष अधिवक्ता आयुक्त अजय मिश्रा पर पहले से ही पक्षपात का आरोप लगाता रहा है. उसने गत सात मई को सर्वे के दूसरे ही दिन मिश्रा पर आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की अर्जी अदालत में दी थी. हालांकि अदालत ने इसे नामंजूर करते हुए मिश्रा के सहयोग के लिये एक विशेष और एक सहायक एडवोकेट कमिश्नर की नियुक्ति की थी

सोमवार को पूरा हुआ था वीडियोग्राफी और सर्वे का काम

गौरतलब है कि ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी परिसर का वीडियोग्राफी सर्वे कार्य सोमवार को पूरा किया गया था. सर्वे के अंतिम दिन हिन्दू पक्ष ने दावा किया था कि मस्जिद के वजूखाने में एक शिवलिंग मिला है. लेकिन मुस्लिम पक्ष ने यह कहते हुए इस दावे को गलत बताया था कि मुगल काल की तमाम मस्जिदों में वजूखाने के ताल में पानी भरने के लिये नीचे एक फौव्वारा लगाया जाता था और जिस पत्थर को शिवलिंग बताया जा रहा है, वह फौव्वारे का ही एक हिस्सा है

Spread the love

Awaz Live

Awaz Live Hindi Editorial Team members are listed below:

Related Post

गैर मान्यता प्राप्त 1500 मदरसों की आय खंगालेगी योगी सरकार, CM योगी जल्द लेंगे फैसला

Posted by - November 21, 2022 0
उत्तर प्रदेश में निजी मदरसों के सर्वे में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। दरअसल, नेपाल सीमा पर गैर…

अब गवर्नर की जगह सीएम ममता बनर्जी होंगी सभी सरकारी विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति, कैबिनेट ने प्रस्ताव को दी मंजूरी

Posted by - June 6, 2022 0
पश्चिम बंगाल कैबिनेट ने सोमवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ की जगह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को स्वास्थ्य, कृषि, पशुपालन और अल्पसंख्यक…

मुजफ्फरनगर के बहुचर्चित बड़कली मोड़ सामूहिक हत्याकांड में 16 को उम्रकैद

Posted by - July 4, 2022 0
मुजफ्फरनगर के बहुचर्चित बड़कली मोड़ सामूहिक हत्याकांड में सोमवार को मुजफ्फरनगर की विशेष अदालत ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए 16…

यूक्रेन में फंसे लोगों की जानकारी के लिए कंट्रोल रूम स्थापित, इन नंबरों पर कर सकते हैं संपर्क

Posted by - February 24, 2022 0
यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद हालात काफी खराब हो गए हैं। यूक्रेन में कीव और खारकीव और क्रामात्रोंस्क शहर…

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *