राजस्थान के जोधपुर में सोमवार की रात को दो समुदायों में हिंसक झड़प हुई और फिर इसके बाद पथराव हुआ। हालांकि मौके पर भारी पुलिस बल पहुंच गई और उसके बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका। लेकिन ईद के दिन मंगलवार को सुबह एक बार फिर से जालोरी गेट के पास भीड़ ने हंगामा किया और पत्थर बरसाए। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए बल प्रयोग किया और लाठियां भाजी।
जोधपुर के पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगोई ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और हम लोग फ्लैग मार्च के लिए भी निकल रहे हैं। हम लोग क़ानून के तहत कार्रवाई करेंगे। कोई भी पुलिसकर्मी गंभीर तौर पर घायल नहीं हुए हैं लेकिन कुछ पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें आईं हैं। हम अपनी तरफ से कानून के हिसाब से कार्रवाई करेंगे। धारा 144 पहले से ही लागू है।”
जोधपुर पुलिस ने इंडियन एक्सप्रेस का बताया कि झंडे को लेकर विवाद शुरू हुआ। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर हवा सिंह घूमरिया ने कहा, “जिस क्षेत्र में नमाज अदा की जाती है, उसके पास भगवान परशुराम के झंडे लगे थे। झंडे को हटाने को लेकर विवाद हुआ क्योंकि स्थानीय मुस्लिम समुदाय ईद के मौके पर झंडा लगाता है।”
राजस्थान के जोधपुर में हुई घटना पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी दुख जताते हुए लोगों से शांति की अपील की। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा, “जालौरी गेट, जोधपुर पर दो गुटों में झड़प से तनाव पैदा होना दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रशासन को हर कीमत पर शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। जोधपुर, मारवाड़ की प्रेम एवं भाईचारे की परंपरा का सम्मान करते हुए मैं सभी पक्षों से मार्मिक अपील करता हूं कि शांति बनाए रखें एवं कानून-व्यवस्था बनाने में सहयोग करें।”
सोमवार रात करीब 11 बजे जोधपुर में घटना हुई और प्रशासन ने शांति बहाली के लिए तुरंत इंटरनेट बंद करने का फैसला किया। बता दें कि आज यानी मंगलवार को ईद, परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया तीनों ही पर्व एक साथ पड़ रहे हैं। राजस्थान की घटना को देखते हुए दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।