महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे के फैसले पर डिप्टी स्पीकर ने मुहर लगा दी है। अब एकनाथ शिंदे की जगह अजय चौधरी शिवसेना विधायक दल के नेता बनाए गए हैं।
कौन हैं अजय चौधरी- विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल ने यह आदेश जारी किया है। अजय चौधरी ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि 25 विधायकों ने शिवसेना के विधायक दल के नेता के रूप में उनकी नियुक्ति का समर्थन किया है। चौधरी मुंबई के सेवरी से विधायक हैं और उद्धव के खास माने जाते रहे हैं। सेवरी से चौधरी दो बार विधायक रह चुके हैं। इससे पहले उन्हें 2015 में शिवसेना का नासिक जिला प्रमुख बनाया गया था।
शिंदे ने किया था पलटवार- अजय चौधरी के नाम पर उद्धव ने बगावत के पहले दिन ही मुहर लगा दी थी। डिप्टी स्पीकर के आदेश से पहले शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर इसे लेकर पलटवार भी किया था। शिंदे ने कहा था कि वो उद्धव की चालों से डरेंगे नहीं, वो बाला साहेब के अनुयायी हैं। उन्होंने कहा कि वो कानून जानते हैं। व्हिप का इस्तेमाल विधानसभा के काम के लिए किया जाता है न कि बैठकों के लिए।
लिखा था पत्र- इससे पहले डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल को लिखे पत्र में शिंदे ने खुद को शिवसेना विधायक दल का नेता और भारतशेत गोगावाले को पार्टी का मुख्य सचेतक घोषित किया था। पत्र में 37 विधायकों के हस्ताक्षर थे। हालांकि इसे लेकर कहा जा रहा कि इस पत्र में विधायकों के हस्ताक्षर फर्जी हो सकते हैं।
बता दें कि एकनाथ शिंदे एमएलसी चुनाव के तुरंत बाद अपने समर्थक विधायकों के साथ पहले तो गुजरात चले गए। वहां जाने के बाद उनकी बगावत की कहानी पता चली और खुद उद्धव उन्हें मनाने के कोशिशों में लगे। इसी बीच शिंदे गुजरात के सूरत से निकलकर असम के गुवाहाटी पहुंच गए। वहां उनके साथ शिवसेना के विधायकों का कारवां बढ़ता चला रहा है। फिलहाल शिंदे का दावा है कि उनके साथ शिवसेना के 40 विधायक हैं, साथ ही 12 अन्य विधायकों का भी समर्थन उनके पास है।
शिवसेना का कहना है कि शिंदे अपने समर्थक विधायकों के साथ मुंबई आ जाएं फिर उनसे बात की जाएगी। उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा। शिंदे की मांग है कि उद्धव एमवीए गठबंधन छोड़कर बीजेपी के पास आ जाएं और उसी के साथ सरकार बनाएं।