मुंबई: महाराष्ट्र में सीएम उद्धव ठाकरे की कुर्सी पर खतरा बना हुआ है। लेकिन शिवसेना के तेवर अब सख्त हो गए हैं। यही कारण है कि उद्धव ठाकरे ने शिवसेना से बागी हुए विधायकों को 24 घंटे के भीतर वापस आने का अल्टीमेटम दिया है। साथ ही कहा कि अगर वे वापस आए तो ठीक वरना किसी से कोई बातचीत नहीं होगी। इससे पहले संजय राउत ने भी एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात के बाद कड़े शब्दों में कहा था कि फ्लोर टेस्ट में हम जीतेंगे। उन्होंने कहा कि बागियों से बातचीत का समय अब निकल गया है।
वहीं सीएम उद्धव ठाकरे के इस अल्टीमेटम का कितना असर होता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा। उन्होंने अपने करीबी नेताओं से बातचीत में साफ शब्दों में कहा है कि वागी विधायकों के पास 24 घंटे का वक्त है। अगर वह वापस आए तो ठीक वरना उनसे कोई बातचीत नहीं होगी।
इससे पहले कल हुई बैठक में उद्धव ने कहा था कि अगर तय समय पर बागी वापस नहीं आते हैं तो यह लड़ाई अब आर-पार की होगी। ठाकरे ने यह भी कहा कि हम हार नहीं मानने वाले हैं। एनसीपी और कांग्रेस ने पहले ही साफ कर दिया है कि वह अंतिम समय तक उद्धव ठाकरे के साथ रहेंगे।
दूसरी तरफ सीएम उद्धव ठाकरे ने अपने शाखा प्रमुखों को अपने-अपने इलाके में बैठक करने के लिए भी कहा है। उद्धव ने इससे पहले जब फेसबुक लाइव किया था तो यह भी साफ कर दिया था कि अगर पार्टी के नेता चाहें तो वह इस्तीफा दे सकते हैं। लेकिन इसके लिए उन्हें सामने आकर बात करनी चाहिए।
वहीं इन सब के बीच शिवसेना के एक और बागी विधायक दिलीप लांडे गुवाहाटी के होटल पहुंचे हैं। लांडे के पहुंचने से एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना के 38 विधायक हो गए हैं। शिंदे की ताकत धीरे-धीरे बढ़ रही है। इससे पहले शिवसेना से बागी 37 विधायकों ने अपने हस्ताक्षर वाला पत्र भी विधानसभा उपाध्यक्ष को भेजा है। जिसमें एकनाथ शिंदे को अपना नेता घोषित किया है। साथ ही शिवसेना विधायक भरत गोगावले को मुख्य सचेतक नियुक्त किया है।