भाजपा (BJP) के वरिष्ठ नेता एसके शर्मा (Senior Leader SK Sharma) ने अपने कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पार्टी का दामन छोड़ (Left BJP) दिया है। इस दौरान भाजपा नेता एसके शर्मा के आंसू छलक आए आए और वह फूट-फूट कर रोने लगे। एसके शर्मा के आंखों से निकलते हुए आंसू की वजह मांट विधानसभा (Mant Assembly Seat) से टिकट कट जाना बताया गया है। पत्रकारों से बात करते हुए एसके शर्मा ने कहा कि मैंने तन, मन और धन से भाजपा का साथ दिया था। निस्वार्थ भाव से मैंने पार्टी की सेवा की, लेकिन उसके बदले में मेरे साथ विश्वासघात किया गया है। उन्होंने कहा कि सभी लोगों ने मेरे साथ वादाखिलाफी की है। उन्होंने पार्टी का दामन छोड़ दिया है। साथ ही सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
वरिष्ठ नेता एसके शर्मा ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं पर भी यह आरोप लगाए हैं कि पार्टी में जिन लोगों के पास एक बीघा खेत था। वह आज 20-20 लाख रुपये की गाड़ियों में घूम रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि योगी आदित्यनाथ को भी जल्दी ही पार्टी के कुछ नेता किनारे लगा देंगे। उनकी छवि को धूमिल करने में पार्टी के मंत्री और नेता कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। हालांकि अब वह किस पार्टी में जाएंगे। उन्होंने इसकी औपचारिक घोषणा अभी नहीं की है।
एसके शर्मा के समर्थकों ने जड़े थे भाजपा कार्यालय पर ताले
बता दें कि मांट विधानसभा क्षेत्र से एसके शर्मा का टिकट कटने को लेकर क्षेत्र के लोगों में काफी रोष दिखाई दिया था। दो दिन पूर्व ही सैकड़ों की संख्या में लोग भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय पहुंचे थे और वहां पर केंद्रीय मंत्री और नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी। भाजपा कार्यालय पर गुस्साए कार्यकर्ताओं ने ताला भी जड़ दिया था। उन्होंने कहा कि भाजपा पार्टी और पहले जैसी नहीं रही है, अब भाजपा भी टिकट बेचने वाली पार्टी बन गई है।
कोर कमेटी पर दोगलेपन का लगाया था आरोप
पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने कहा था कि भाजपा के वरिष्ठ नेता एसके शर्मा को मांट से टिकट दिया जाना चाहिए था, लेकिन भाजपा की कोर कमेटी ने दोगलापन दिखाया है, राजेश चौधरी को मांट विधानसभा की टिकट दे दिया है। मांट विधानसभा के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता विरोध कर रहे हैं। अगर मांट से एसके शर्मा को पार्टी टिकट नहीं देती है तो सैकड़ों पदाधिकारी और कार्यकर्ता पार्टी का दामन छोड़ रहे हैं। उसी घोषणा के तहत आज सैकड़ों कार्यकर्ता और पदाधिकारियों ने भाजपा को छोड़ दिया है।