कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को चुनाव होंगे। वहीं अध्यक्ष पद की रेस में शशि थरूर की दावेदारी भी अब तय हो गई है। शशि थरूर ने पहले भी कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। वहीं अब शशि थरूर ने नॉमिनेशन फॉर्म भी मंगवा लिया है। यानी अब ये तय हो गया है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ शशि थरूर अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार होंगे।
हालांकि अभी तक अशोक गहलोत ने नॉमिनेशन फॉर्म भरकर जमा नहीं किया है। लेकिन उन्होंने पहले ही कह दिया था कि अगर गांधी परिवार का कोई सदस्य चुनाव नहीं लड़ता है, तो वह अध्यक्ष पद के लिए नॉमिनेशन भरेंगे।
बता दें कि समाचार एजेंसी एएनआई ने जानकारी देते हुए बताया है कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर के प्रतिनिधि ने पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री से मिलकर पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन पत्र ले लिया है। शशि थरूर ने चुनाव के लिए नामांकन पत्र के पांच सेट का अनुरोध किया है।
बता दें कि शशि थरूर ने कुछ दिन पहले कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी और चुनाव लड़ने के बारे में अपने फैसले से उन्हें अवगत कराया था। इसके बाद सोनिया गांधी ने उन्हें चुनाव लड़ने की इजाजत दी थी। सोनिया गांधी ने मधुसूदन मिस्त्री को भी निर्देश दिया था कि चुनाव निष्पक्ष तरीके से हों। साथ ही जो भी चुनाव लड़ना चाहे, वह लड़ सकता है।
इसके पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने अध्यक्ष पद संभालने के लिए राहुल गांधी को खूब मनाया कि वह पार्टी की कमान संभाले, लेकिन राहुल नहीं मानें। कई प्रदेश कांग्रेस कमेटियों ने प्रस्ताव पारित किया कि राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाले, लेकिन राहुल अपने फैसले पर कायम रहें। इसके बाद साफ़ हो गया कि 22 साल बाद कोई गैर गांधी कांग्रेस का अध्यक्ष होगा।
बता दें कि अंतिम गैर-गांधी कांग्रेस अध्यक्ष सीताराम केसरी थे। इसके बाद नरसिम्हा राव सरकार के जाने के लगभग दो साल बाद सोनिया गांधी ने मार्च 1998 में कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार संभाला था।