श्रद्धा मर्डर केस में दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। सूत्रों के मुताबिक श्रद्धा के कत्ल में इस्तेमाल हथियार पुलिस ने बरामद कर लिया है। यही नहीं पुलिस ने श्रद्धा की वह अंगूठी भी बरामद की है जिसे आफताब ने दूसरी गर्लफ्रेंड को दी थी। सूत्रों का कहना है कि यह अंगूठी आफताब ने श्रद्धा की हत्या के बाद अपनी नई गर्लफ्रैंड को गिफ्ट की थी जो साइकोजाजिस्ट है। आफताब तिहाड़ जेल की बैरक नंबर चार में बंद है।
मोबाइल फोन को खाड़ी में फेंका
श्रद्धा मर्डर केस की जांच में कई और खुलासे हुए हैं। पता चला है कि आफताब WIFI से कनेक्ट कर उसके फोन का इस्तेमाल करता था। मॉनिकपुर पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए बुलाने जाने पर वह अलर्ट हो गया। इसके बाद उसने मोबाइल फोन को खाड़ी में फेंका और बाकी सबूतों को तेजी से नष्ट करने लगा। जानकारी के मुताबिक 12 अक्टूबर को मिसिंग दर्ज करने के बाद मॉनिकपुर पुलिस ने 20 अक्टूबर को आफ़ताब को फोन किया था, उसी वक़्त आफ़ताब अलर्ट हो गया था।
3 अक्टूबर तक श्रद्धा का मोबाइल एक्टिव था
सूत्रों के मुताबिक 20 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक श्रद्धा का मोबाइल एक्टिव था और 26 अक्टूबर को मानिकपुर पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए जाने से पहले आफताब ने श्रद्धा के फोन को वसई क्रीक समुद्र में फेंक दिया था। सूत्रों के मुताबिक वसई की मॉनिकपुर पुलिस ने आफताब से पूछताछ के दौरान हालांकि पहले राउंड में उसके मोबाइल फ़ोन और उसके अन्य गैजेट्स को चेक नही किया था। दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक आफताब ने श्रद्धा का सिम कार्ड मई में ही नष्ट कर दिया था, लेकिन उसके मोबाइल को अपने पास ही रखा था और वाई-फाई से उसे कनेक्ट करके श्रद्धा के दोस्तों के साथ चैट्स करता था, ताकि किसी को कोई संदेह न हो।
मुम्बई में श्रद्धा के कुछ दोस्तों से भी मिला था आफताब
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक आफताब हत्या करने के बाद मुम्बई में श्रद्धा के कुछ दोस्तों से भी मिला था और श्रद्धा द्वारा रिलेशनशिप तोड़ने की कहानी उन्हें भी सुनाई थी कि लोगों को शक न हो। दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक मानिकपुर पुलिस के पूछताछ के बाद आफताब 4 नवंबर को दिल्ली वापस आया और बचे सबूतों को ठिकाने लगाने लगा। श्रद्धा की हत्या में इस्तेमाल हथियार को भी उसने मानिकपुर पुलिस की पूछताछ के बाद ही ठिकाने लगाया।