महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वासमत (Floor Test) से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। एक तरह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार सत्ता में बने रहने के लिए तमाम कोशिशे कर रही है तो वहीँ दूसरी ओर एमवीए सरकार का विरोधी खेमा खुद को मजबूत करने में लगा हुआ है। इसी क्रम में बीजेपी के वरिष्ठ नेता व नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने आज महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे से फोन पर बात की और गुरुवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट में उनकी मदद मांगी।
जानकारी के मुताबिक, विपक्ष के नेता फडणवीस की मदद के लिए राज ठाकरे राजी हो गए हैं। बताया जा रहा है कि अब महाराष्ट्र विधानसभा में मनसे का एकमात्र विधायक एमवीए सरकार के खिलाफ वोट देगा। इससे पहले शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने अपनी ही पार्टी के 50 असंतुष्ट विधायकों और निर्दलीय विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए कहा कि वे “कोई भी फ्लोर टेस्ट” पास कर सकते हैं।
उन्होंने कहा “हमारे पास दो तिहाई बहुमत है। हम किसी भी फ्लोर टेस्ट के बारे में चिंतित नहीं हैं। हम सब कुछ पास कर देंगे और हमें कोई नहीं रोक सकता। लोकतंत्र में बहुमत मायने रखता है और हमारे पास वह है।“
महाराष्ट्र विधानसभा में फ्लोर टेस्ट से पहले एमवीए सरकार चिंतिंत है। हालांकि शिवसेना ने राज्यपाल के इस निर्देश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। जिसपर कुछ ही घंटों में सुनवाई शुरू होगी।
बता दें कि एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के बागी विधायकों को सुप्रीम कोर्ट से राहत तब मिली, जब शीर्ष कोर्ट ने डिप्टी स्पीकर द्वारा एकनाथ शिंदे समेत 16 बागी विधायकों को अयोग्यता नोटिस पर अपनी लिखित प्रतिक्रिया देने के लिए दिया गया समय 12 जुलाई तक बढ़ा दिया।
राज्यपाल द्वारा 30 जून को फ्लोर टेस्ट के आह्वान के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार ने आज शाम 5 बजे फिर कैबिनेट की बैठक बुलाई है। पिछले 24 घंटे में यह दूसरी कैबिनेट बैठक है। उधर, कांग्रेस नेताओं की मुंबई में बैठक चल रही है। पार्टी के नेताओं में अशोक चव्हाण, नाना पटोले, बालासाहेब थोराट, सुनील केदार, चरण सिंह सपरा और नितिन राउत शामिल हैं।