तमिलनाडु के कुन्नूर में वायुसेना के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का निधन हो गया। इसको लेकर गुरुवार को लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जानकारी दी कि कुन्नूर के पास जंगल में कुछ स्थानीय लोगों ने हेलिकॉप्टर के अवशेषों को आग की लपटों से घिरा हुआ देखा। स्थानीय प्रशासन से एक बचाव दल घटनास्थल पहुंचकर बचाव अभियान कर लोगों को अस्पताल पहुंचाया। हेलिकॉप्टर में सवार कुल 14 में से 13 लोगों की मौत हो गई है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि दिवंगत CDS जनरल बिपिन रावत का पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा और अन्य सभी सेना अधिकारियों का अंतिम संस्कार उचित सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा।
इस बीच इस हादसे को लेकर विपक्षी दलों ने सवाल खड़े किये हैं। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि जब देश का सर्वोच्च सेनापति सुरक्षित नहीं तो देश का क्या होगा? उन्होंने कहा कि Mi-17V5 रूस में निर्मित एक अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर था। बिपिन रावत देश की सैन्य आधुनिकीकरण जिम्मेदारियों के संदर्भ में काम कर रहे थे। वह चीन और पाकिस्तान के संदर्भ में की गई कार्रवाइयों में शामिल थे।
‘लोगों के मन शंकाएं हैं’: संजय राउत ने कहा कि ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। देश के सर्वोच्च सेनापति सबसे अत्याधुनिक व सुरक्षित हेलीकॉप्टर में यात्रा करते हैं और हादसे में उनकी मृत्यु हो जाती है। लोगों के मन में शंकाएं हैं, क्या हुआ है, ये कैसे हो सकता है? लेकिन लोगों के मन में शंकाओं का समाधान करना प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी है। इसकी जांच होनी चाहिए। मुझे यकीन है सरकार भी इस सदमे से बाहर नहीं आई होगी।
चिराग पासवान ने कहा: इस हादसे को लेकर LJP (राम विलास) प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि ये बेहद दुखद हादसा है। ये शायद इतिहास की पहली घटना होगी कि जिसमें इतने बड़े पद पर कोई व्यक्ति है और उनकी इस तरह मृत्यु हो जाए। मुझे लगता है कि इस मामले की सख्ती से जांच होनी चाहिए। इसके पीछे क्या कारण है ये लोगों के सामने ज़रूर आना चाहिए।
AAP नेता संजय सिंह ने कहा, “CDS बिपिन रावत जी, उनकी पत्नी और बाकी लोगों के प्रति मैं संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ये एक चिंता का विषय है कि इतने सुरक्षित विमान में ऐसी घटना कैसे हो गई। इसके लिए PM और रक्षा मंत्री ज़रूर कोई क़दम उठाएंगे जिससे ये हादसा क्यों हुआ इसका पता चल पाए।