पंजाब विधानसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी ने अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। 117 में से 30 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की गई है। इस लिस्ट की खास बात ये है कि इसमें अधिकतर वो नाम देखने को मिल रहे जो कांग्रेस का हाथ छोड़ झाड़ू के साथ जुड़े हैं। रमन बहल,शमशेर सिंह, दलजीत भोला ग्रेवाल, विभूति शर्मा, ललित मोहन, कुलवंत सिद्धू जैसे बड़े नाम इस सूची में शामिल हैं, जो कांग्रेस का दामन छोड़ आम आदमी पार्टी से जुड़े थे।
इससे पहले आम आदमी पार्टी ने 10 मौजूदा विधायकों को टिकट दिया था। ऐसे में 117 में से कुल 40 उम्मीद्वार घोषित किये जा चुके हैं।
इस लिस्ट में आम आदमी पार्टी ने पूर्व अफसरों और पंजाबी गायकों पर भी दांव खेला है। आम आदमी पार्टी ने पूर्व आईजी कुंवर विजय प्रताप को अमृतसर नॉर्थ और सेवामुक्त डीएसीपी बलकार सिंह को करतारपुर से टिकट दिया है।
बता दें कि डीसीपी बलकार सिंह ने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा 2015 कोटकपूरा गोलीबारी की घटना में एसआईटी जांच रद्द किए जाने के निर्णय के बाद अपना इस्तीफा दिया था। इसके बाद AAP से जुड़े थे। इसके अलावा सिंगर में अनमोल गगन (खरड़ से) और बलकार सिंह (रामपुरा फूल से) टिकट दिया गया है।
एक नजर पूरी लिस्ट पर:
रमन बहल गुरदासपुर से
शमशेर सिंह दीनानगर (एससी)से
जगरूप सिंह सेखवां कादियां से
दलजीत भोला ग्रेवाल लुधियाना ईस्ट से
शैरी कलसी बटाला से
बलबीर पन्नू फतेहगढ़ चूड़ियां से
पूर्व आईजी कुंवर विजय प्रताप अमृतसर नॉर्थ से
डॉ. इंद्रबीर निज्झर अमृतसर साउथ से
लालजीत भुल्लर पट्टी से
सेवामुक्त डीएसीपी बलकार सिंह करतारपुर (एससी)से
विभूति शर्मा पठानकोट से
डॉ. रवजोत शाम चौरासी (एससी) से
ललित मोहन बल्लू पाठक नवांशहर से
अनमोल गगन मान खरड़ से
कुलवंत सिद्धू आत्म नगर से
मनविंदर ग्यासपुरा पायल (एससी) से
नरेश कटारिया जीरा से
जगदीप काका बराड़ श्री मुक्तसर साहिब से
गुरदित्त सेखों फरीदकोट से
बलकार सिंह सिद्धू रामपुरा फूल से
नीना मित्तल राजपुरा से
हरमीत पठानमाजरा सनौर से
चेतन सिंह समाना से
मदन लाल बग्गा लुधियाना नॉर्थ से
जीवन सिंह संगोवाल गिल (एससी)से
गुरमीत सिंह खुडि्डयां लांबी से
गुरलाल घनौर गन्नौर से
लाभ सिंह उगोके भदौर (एससी) से
लाल चंद कटारूचक भोआ (एससी) से
हरभजन सिंह ईटीओ जंदियाला (एससी) से
इस लिस्ट से स्पष्ट है कि कांग्रेस के पूर्व नेताओं पर आम आदमी पार्टी ने दांव खेला है। इससे कांग्रेस के लिए राह मुश्किल हो सकती है क्योंकि ये नेता जमीनी स्तर के काम का अनुुभव रखते हैं। आम आदमी पार्टी को पिछले विधानसभा चुनावों में 117 सीटों में से केवल 20 सीटें हासिल कर पाई थी। इस बार केजरीवाल किसी भी तरह से पंजाब के चुनावों में बड़ा नंबर चाहते हैं।