देश का पहला वर्चुअल स्कूल दिल्ली में आज से शुरू हो गया। इसका ऐलान खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इस स्कूल को लेकर अहम जाकारियां दी। सीएम केजरीवाल ने कहा कि, ये स्कूल ना सिर्फ देश का पहला वर्चुअल स्कूल है बल्कि अपनी तरह अनूठा शिक्षण संस्थान भी है। दिल्ली सीएम ने कहा कि, इस स्कूल को शुरू करने का मकसद ऐसे बच्चों को शिक्षित करना है जो किसी कारण से स्कूल नहीं जा पाते हैं। गरीब तबके से लेकर हर वर्ग के बच्चों को इसमें एडमिशन दिया जाएगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को गणेश चतुर्थी के मौके पर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि, दिल्ली में वर्चुअल स्कूल की शुरुआत कर दी गई है। इसके बारे में हम काफी समय से कहते आ रहे थे। उन्होंने कहा कि इस स्कूल में एडमिशन के लिए आज से आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है
कौन ले सकता है दिल्ली के वर्चुअल स्कूल में एडमिशन?
सीएम केजरीवाल ने बताया कि, इस स्कूल का नाम दिल्ली मॉडल वर्चुअल स्कूल (Delhi Model Virtual School) रखा गया है। ये 9वीं से 12वीं तक होगा। 31 अगस्त से एप्लीकेशन इन्वाइट की जा रही हैं। पूरे देश से कोई भी बच्चा इस स्कूल में अप्लाय कर सकता है।
यहां करना होगा आवेदन
दिल्ली में शुरू हो रहे देश के पहले वर्चुअल स्कूल में एडमिशन के लिए आप www.dmvc.ac.in की वेबसाइट पर जाकर इच्छुक प्रतिभागी आवेदन कर सकते हैं। इसके साथ ही जानकारी भी एकत्र कर सकते हैं। 13 से 18 वर्ष तक का कोई भी इसमें अप्लाय कर सकता है। सीएम केजरीवाल ने बताया कि, दिल्ली बोर्ड से ये स्कूल एफिलेटेड होगा।
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी किया जाएगा तैयार
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, इस स्कूल में बच्चों को शिक्षित करने के साथ ही उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी तैयार किया जाएगा। इसमें नीट से लेकर अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शामिल रहेगी। अलग-अलग विषय पर अलग-अलग तैयारी करवाई जाएगी। जो बच्चे साथ-साथ प्रोफेशनल कोर्स करना चाहेंगे तो उनको भी सुविधा मिलेगी।
उन्होंने बताया कि, इसमें एक स्कूलिंग प्लेटफॉर्म दिया जाएगा। इसके तहत बच्चों को पासवर्ड दिया जाएगा जिससे वो टूटोरियल से लेकर ऑनलाइन असेसमेंट तक डिजिटल लाइब्रेरी का सारा कंटेेट बच्चा एक्सेस कर सकता है।
सीएम ने कहा कि, शिक्षा के क्षेत्र में ये बहुत बड़ा क्रांतिकारी कदम साबित होगा। इन स्कूलों के लिए खास तौर पर शिक्षकों को तैयार किया गया है। इस स्कूल के जरिए कई बच्चे देशभर से बेहतरीन शिक्षकों की ओर से दी जा रही शिक्षा का लाभ ले सकेंगे।