बिहार के मोकामा के बाहुबली अनंत सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। साल 2019 में घर से एके-47 और मैगजीन की बरामदगी के मामले में कोर्ट ने अनंत सिंह को दोषी करार दिया है। इस मामले में अब कोर्ट 21 जून को सजा की अवधि पर सुनवाई होगी। वर्तमान में अनंत सिंह बिहार के मोकामा से विधायक है और जेल में बंद हैं।
बिहार में छोटे सरकार और मोकामा के बाहुबली कहे जाने वाले अनंत सिंह के घर पर साल 2019 में छापेमारी की गई थी। इस छापेमारी में अनंत सिंह के घर से एके 47 राइफल, मैगजीन और कुछ अन्य चीजें बरामद हुई थी। यह छापेमारी बाढ़ की तत्कालीन एएसपी लिपि सिंह के नेतृत्व में हुई थी। पुलिस ने इस कार्रवाई में अनंत सिंह के लदमा गांव के घर पर छापेमारी की थी।
तत्कालीन एएसपी लिपि सिंह के नेतृत्व में करीब 11 घंटे तक अनंत सिंह के घर पर तलाशी अभियान चला था। अनंत सिंह के लदमा गांव के घर पर हुई इस छापेमारी में एके 47 राइफल, मैगजीन के साथ हथगोला, दो दर्जन से अधिक कारतूस बरामद हुए थे। इस छापेमारी के दौरान छह थानों की पुलिस ने भाग लिया था। तड़के चार बजे की गई इस छापेमारी की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को भी दी गई थी।
पुलिस के मुताबिक, लदमा स्थित घर में छापेमारी के दौरान सुनील राम नाम के एक व्यक्ति को पकड़ा गया था, जो कि देखभाल करता था। पुलिस का दावा था कि अनंत सिंह छापेमारी के दौरान फरार हो गए थे। इस घटना के बाद अनंत सिंह करीब चार दिनों तक गायब रहे थे और फिर दिल्ली की साकेत कोर्ट में जाकर सरेंडर कर दिया था। बाद में बिहार पुलिस अनंत सिंह को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर बाढ़ आई थी।
इस छापेमारी में हथियारों की बरामदगी के बाद बाढ़ थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। साथ ही तत्कालीन एएसपी लिपि सिंह ने बाहुबली विधायक अनंत सिंह और घर के केयरटेकर सुनील राम के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया था। इस मामले में गिरफ्तारी के बाद से ही विधायक अनंत सिंह सलाखों के पीछे हैं और फिलहाल पटना की बेऊर जेल में बंद हैं।