छठ पूजा को लेकर देश की राजधानी दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच रस्साकसी जारी है। छठ पूजा को लेकर दोनों ही पार्टियां एक दूसरे की टांग खींचने में लगी हैं। दोनों दल एक दूसरे की कमियां गिनाने में लगे हैं वहीं इस बीच शुक्रवार (28 अक्टूबर) को दिल्ली के एलजी विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली में छठ पूजा के दिन ड्राई डे घोषित किया है। रविवार 30 अक्टूबर को दिल्ली में शराब बेचना और पीना मना होगा। छठ पर इस तरह का आदेश पहली बार जारी हुआ है।
शुक्रवार को ही दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने दिल्ली सरकार को पत्र लिखकर मांग की थी कि छठ के पावन पर्व पर राजधानी दिल्ली को ड्राई डे घोषित किया जाए। इसके पहले गुरुवार (27 अक्टूबर) को दिल्ली के प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने भी आप सरकार से छठ पर्व के मौके पर दिल्ली को ड्राई डे और सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग की थी।
कांग्रेस ने भी की थी ड्राई डे घोषित करने की मांग
कांग्रेस नेता ने कहा था कि दिल्ली में शीला दीक्षित की सरकार के समय में बिहार, यूपी, झारखंड और कई पूर्वांचली राज्यों के प्रवासियों की मांग पर दिल्ली में छठ पर्व के दिन सार्वजनिक अवकाश की शुरुआत की गई थी लेकिन अब केजरीवाल सरकार उस पर असंवेदनशील है।
कांग्रेस नेता ने अरविंद केजरीवाल को लिखी थी चिट्ठी
कांग्रेस नेता ने बताया था कि साल 2010 में शीला दीक्षित सरकार ने आबकारी नियम 52 के मुताबिक नियमानुसार 21 दिनों के बाद वाले दिन को ड्राई डे नोटिफाई किया गया था। इसमें सभी धर्मों के धर्माचार्यों को ध्यान में रखकर स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस को भी शामिल किया गया था। वहीं आज की केजरीवाल सरकार ने सिर्फ 3 दिन ड्राई डे दिए हैं। कांग्रेस नेता ने इस बात को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है।