प्रवर्तन निदेशालय (ED) आज दिल्ली के स्वास्थ्य व गृहमंत्री सत्येंद्र जैन के घर छापेमारी कर रही है। इस मामले में सत्येंद्र जैन को ED ने 30 मई को गिरफ्तार किया है, जिसके बाद से वह ED की हिरासत में हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ED ने पिछले कुछ दिनों में हवाला से जुड़े लोगों से पूछताछ कि है, जिसमें सत्येंद्र जैन का नाम सामने आया है। इस मामले को सबसे पहले केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने मामला दर्ज किया था। इसके अलावा सत्येंद्र जैन के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में भी पूछताछ हो चुकी है। बाद में ये केस ED को ट्रांसफर कर दिया गया था।
इससे पहले भी प्रवर्तन निदेशालय (ED) सत्येंद्र जैन के घर में छापेमारी की थी। वहीं इससे पहले ED सत्येंद्र जैन की 4.81 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर चुका है। आपको बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग (हवाला लेनदेन) केस में फंसे दिल्ली सरकार के मंत्री को बीते दिनों दिल्ली हाईकोर्ट ने भी बड़ा झटका दिया है।
कोलकाता की कंपनी से जुड़ा यह मामला
कोलकाता की कंपनी से जुड़ा ने अनुसार 2015-16 में सत्येंद्र जैन एक लोकसेवक रहते हुए कोलकाता की कंपनियों के द्वारा हवाला के जरिए पैसों का लेनदेन किया है। कंपनियां अपने कोलकाता समकक्षों को नकद भुगतान हस्तांतरित करती थीं और बाद में शेयर खरीदने के बहाने, कानूनी साधनों का उपयोग करके जैन को पैसा वापस भेज देती थीं। कंपनियों ने कथित तौर पर 2010 से 2014 के बीच सत्येंद्र जैन को 16.39 करोड़ रुपये का धन शोधन किया है।
वकील के बिना हो रही पूछताछ
हाईकोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के पूछताछ के दौरान वकील की मौजूदगी पर रोक लगा दी है। हालांकि पहले विशेष अदालत ने वकील की मौजूदगी की मजूरी दी थी, लेकिन बाद में उसे नामंजूर कर दिया। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद सत्येंद्र जैन से ईडी की टीम हवाला लेनदेन के मामले में पूछताछ कर रही है तो वहा पर उनका कोई वकील साथ में नहीं है। ऐसे में ईडी के सवालों का जवाब खुद सत्येंद्र जैन ही दे रहे हैं।